नई दिल्ली. बॉलीवुड एक्ट्रेस करीना कपूर खान की मुसीबते अपनी किताब के टाइटल को लेकर बढ़ गई है. बॉलीवुड की बेबो ने अपनी प्रेग्नेंसी जर्नी को अपनी एक पुस्तक में साझा किया, जिसका नाम उन्होंने दिया ‘करीना कपूर खान्स प्रेग्नेंसी बाइबिल.’ किताब के नाम में ‘बाइबिल’ शब्द के खिलाफ जबलपुर के क्रिश्चियन समाजसेवी ने अदालत का दरवाजा खटखटाया, जिसके बाद कोर्ट ने नोटिस जारी किया गया था.
जबलपुर के क्रिश्चियन समाजसेवी क्रिस्टोफर एंथनी ने किताब के नाम से आपत्ति जताते हुए मध्य प्रदेश हाईकोर्ट में एक याचिका दायर की, जिस पर कोर्ट ने एक्शन लिया है. कोर्ट ने करीना कपूर और पुस्तक बेचने वालों से जवाब मांगा है. क्या है पूरा मामला चलिए आपको बताते हैं…
दरअसल, जबलपुर के किरश्चन समाज से ताल्लुक रखने वाले, समाजसेवी क्रिस्टोफर एंथनी का मानना है कि सिर्फ किताब के प्रचार के लिए ही इस तरह ईसाई धर्म की पवित्र किताब का नाम टाइटल में लेकर करीना कपूर ने सस्ती लोकप्रियता हासिल करने के लिए यह कदम उठाया है. उनका कहना कि बाइबिल पूरी दुनिया मे ईसाई धर्म की पवित्र पुस्तक है और करीना कपूर खान की प्रेग्नेंसी की तुलना बाइबिल से करना गलत है. इससे उनकी धार्मिक भावनाएं आहत हुई हैं.
2021 में ये किताब पब्लिश हुई थी, जिसमें 43 साल बेबो ने अपनी प्रेग्नेंसी जर्नी का वर्णन किया है. ये किताब उन्होंने प्रेग्नेंट लेडीज को सुझाव देने के लिए साझा की थी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, याचिकाकर्ता ने पहले एक्ट्रेस के खिलाफ प्रथम सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करने के लिए पुलिस से संपर्क किया था, लेकिन जब उन्होंने मामला दर्ज करने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने निचली अदालत का रुख किया. लेकिन, जब वहां भी वह सफल नहीं हुए तो उन्होंने हाईकोर्ट का रुख किया.
हाईकोर्ट के जस्टिस गुरपाल सिंह अहलूवालिया ने फिल्म एक्ट्रेस और लेखिका करीना कपूर खान को नोटिस जारी कर इसके लिए जवाब मांगा है.
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FIRST PUBLISHED : May 11, 2024, 12:49 IST