<p style="text-align: justify;"><strong>Bhojan Niyam:</strong> हिंदू धर्म में भोजन का महत्व बताया गया है. लेकिन अगर भोजन माह के हिसाब से ग्रहण किया जाए तो उसका असर सेहत पर पड़ता है. हिंदू धर्म के अनुसार अलग-अलग महीनों में अलग-अलग तरह के भोजन का सेवन करना चाहिए.</p>
<p style="text-align: justify;">जिस तरह मौसम में बदलाव होता है उसी के अनुसार हर माह में भोजन का बदलाव भी होता है. हमे अपने शरीर में ऊर्जा का संतुलन बनाये रखने के लिए माह के अनुसार खाना खाना चाहिए. बहुत से माह में बहुत सी चीजों का त्याग किया जाता है. </p>
<p style="text-align: justify;">हमारे हिंदू धर्म (Hindu Dharam) में और आयुर्वेदा में भोजन के संबंध में बहुत कुछ लिखा है. किस महीने में किस चीज को खाने से शरीर को नुकसान हो सकता है. इन सबके पीछे वैज्ञानिक कारण भी है. हर सप्ताह ,तिथि और महीने मे मौसम के बदलाव होता है और हमे मौसम के बदलाव को समझकर ही खाना चाहिए.</p>
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<p dir="ltr" lang="hi">सभी बीमारियों से बचाव के लिए इन महीनो में ये जरूर खाना चाहिए…. <a href="https://t.co/ojtGO6WLSd">pic.twitter.com/ojtGO6WLSd</a></p>
— Vatsala Singh (@_vatsalasingh) <a href="https://twitter.com/_vatsalasingh/status/1838468628032659883?ref_src=twsrc%5Etfw">September 24, 2024</a></blockquote>
<blockquote class="twitter-tweet" data-media-max-width="560">इस वीडियो को X एक्स अकाउंटपर पर शेयर किया है वत्सला सिंह vatsalasingh ने यह वीडियो उनके नाम से शेयर किया गया है जिसे अब तक हजारों लोगों ने देखा है. यूजर्स वीडियो को समझ रहे हैं और पसंद कर रहे हैं. जानते हैं हमारे आर्टिल के माध्यम से इस वीडियो में कही गई बात को विस्तार में. </blockquote>
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<p style="text-align: justify;"><strong>हिंदू महीनों के आनुसार खाएं खाना</strong></p>
<ul style="text-align: justify;">
<li><strong>चैत्र माह</strong>- चैत्र माह में गुड़ खाना मना है.चना खा सकते हैं.</li>
<li><strong>वैशाख माह</strong>- तेल व तली-भुनी चीज़े नहीं खानी चाहिए.बेल खाना फायदेमंद होता हैं.</li>
<li><strong>ज्येष्ठ माह</strong>- इन महीनों में गर्मीं का प्रकोप रहता है अत- ज्यादा घूमना-फिरना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक है.अधिक से अधिक शयन करना चाहिए.</li>
<li><strong>आषाढ़ माह</strong>- आषाढ़ में पका बेल खाना मना है. लेकिन इस माह में खूब खेल खेलना चाहिए. कसरत करना चाहिए.</li>
<li><strong>श्रावण माह</strong>- सावन माह में साग खाना मना है. साग अर्थात हरी पत्तेदार सब्जियां और दूध व दूध से बनी चीजों को भी खाने से मना किया गया है.इस माह में हर्रे खाना चाहिए जिसे हरिद्रा या हरडा कहते हैं.</li>
<li><strong>भाद्रपद माह</strong>- भादो माह में दही खाना मना है. इन दो महीनों में छाछ, दही और इससे बनी चीजें नहीं खाना चाहिए. भादो में तिल का उपयोग करना चाहिए.</li>
<li><strong>आश्विन माह</strong>- इस माह में करेला खाना मना है.इस माह में नित्य गुड़ खाना चाहिए.</li>
<li><strong>कार्तिक माह</strong>- कार्तिक माह में दही और जीरा बिल्कुल भी नहीं खाना मना है. इस माह में मूली खाना चाहिए.</li>
<li><strong>मार्गशीर्ष माह </strong>- अगहन में भोजन में जीरे का उपयोग नहीं करना चाहिए.तेल का उपयोग कर सकते हैं.</li>
<li><strong>पौष माह</strong>- पूस मास में दूध पी सकते हैं लेकिन धनिया नहीं खाना चाहिए क्योंकि धनिए की प्रवृति ठंडी मानी गई है और इस मौसम में बहुत ठंड होती है. इस मौसम में ज्यादा दूध पीना चाहिए.</li>
<li><strong>माघ</strong>- माघ माह में मूली और धनिया खाना मना है. मिश्री नहीं खाना चाहिए. इस माह में घी-खिचड़ी खाना चाहिए.</li>
<li><strong>फाल्गुन</strong>- फागुन माह में सुबह जल्दी उठना चाहिएऔर स्नान कर लेना चाइये. इस माह में चना खाना मना है .</li>
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<h4 style="text-align: justify;">Disclaimer- खबर में दी गई कुछ जानकारी मीडिया रिपोर्ट्स पर आधारित है. आप किसी भी सुझाव को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.</h4>
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