लाल किला
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दिल्ली अपने अंदर सदियों का इतिहास समेटे है। यहां विश्व धरोहर से लेकर कई स्मारक हैं। ये स्मारक न केवल देश की समृद्ध सांस्कृतिक विरासत को प्रदर्शित करते हैं, बल्कि आर्थिक विकास को बढ़ावा देने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। इससे रूबरू होने देश-दुनिया के पर्यटक यहां हर दिन पहुंचते हैं। हालांकि पर्यटकों की पसंदगी में फर्क है।
विदेशियों को सबसे ज्यादा कुतुब मीनार व हुमायूं का मकबरा लुभाता है। वहीं, घरेलू पर्यटक सबसे अधिक लाल किले का दीदार करने पहुंचते हैं। यही नहीं, कुतुब मीनार और हुमायूं का मकबरा भी घूमना पसंद कर रहे हैं। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के आंकड़ों के अनुसार, इस वर्ष अब तक कुतुब मीनार में लगभग 1,96,302 विदेशी पर्यटक पहुंचे हैं।
हुमायूं का मकबरा में 96,129 और लाल किले का 70,921 पर्यटकों ने दीदार किया। साथ ही, लाल किले में 23,45,253 घरेलू पर्यटक पहुंचे। साथ ही अप्रैल 2022 से लेकर मार्च 2023 तक लाल किले में कुल 19,34,955 पर्यटक आए थे। वहीं, कुतुब मीनार में 13,78,068 और हुमायूं का मकबरा में 61,4990 सैलानी स्मारक पहुंचे। मौसम धीरे-धीरे करवट ले रहा है। सुबह-शाम सर्दी की सुगबुगाहट होने लगी है। ऐसे में पर्यटन स्थल पर्यटकों से गुलजार होने लगे हैं।
- पर्यटन स्थलों पर अच्छी खासी संख्या में सैलानी पहुंचने शुरू हो गए हैं। एएसआई के अंतर्गत आने वाले पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। लाल किला, कुतुब मीनार, हुमायूं का मकबरा, सफदरजंग मकबरा व जंतर मंतर समेत कई पर्यटन स्थलों पर इन दिनों पर्यटकों का हुजूम उमड़ रहा है। सप्ताहांत में पर्यटन स्थलों में पर्यटकों की संख्या काफी बढ़ रही है।
पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की संख्या बढ़ रही है। आने वाले दिनों में यह संख्या बढ़ती जाएगी। यह देखकर अच्छा लग रहा है। पर्यटकों को किसी तरह की असुविधा न हो, इसके लिए पूरा प्रशासन लगा है। पर्यटक स्थलों पर सारी सुविधाएं दी जा रही हैं।
-डॉ. प्रवीण सिंह, दिल्ली सर्कल चीफ व सुपरिटेंडेंट आर्कियोलॉजिस्ट, एएसआई