Himachal Pradesh: बिजली बोर्ड इम्प्लाइज, इंजीनियर एवं पेंशनर्ज की जॉइंट एक्शन कमेटी द्वारा बोर्ड़ मुख्यालय, शिमला में स्वर्गीय चीफ़ इंजीनियर विमल नेगी के जन्मदिन पर भ्रष्टाचार विरोधी दिवस मनाया और इस दिवस को हर वर्ष मनाने का फैसला लिया है. इसके अलावा एक हाई पॉवर कमेटी का गठन किया गया है जो प्रदेश में पनप रहे भ्रष्टाचार पर अंकुश लगाने का काम करेगी. जिसमें कर्मचारी भ्रष्टाचार को लेकर शिकायत कर सकेंगे. संदिग्ध परिस्थितियों में चीफ इंजीनियर विमल नेगी की मौत से राज्य में हड़कंप मच गया था.
अखिल भारतीय पॉवर इंजीनियर फेडरेशन के पैटर्न इंजीनियर सुनिल ग्रोवर ने कहा कि जिन परिस्थितियों ने विमल नेगी को मजबूर होकर आत्महत्या जैसा कदम उठाना पड़ा. उसके पीछे का कारण हिमाचल में पनप रहा भ्रष्टाचार है. विमल नेगी को आत्महत्या के लिए मजबूर करने आरोपित दोषियों को भारतीय संविधान की धारा 311 के तहत बर्खास्त किया जाए और उनके खिलाफ आपराधिक कार्यवाही सुनिश्चित की जाए.
कार्यस्थलों पर आज पन्नप रहे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की जरूरत है. अन्यथा इस व्यवस्था में विमल नेगी जैसे कई कर्मचारी जिंदगी की जंग हार जाएंगे. इस अवसर बिजली बोर्ड़, पॉवर कॉर्पिराशन और संचार निगम में कार्यरत कर्मचारी, अभियन्ताओं और बोर्ड पेंशनर्ज ने भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई लड़ने की शपथ भी ली.
रहस्यमयी परिस्थितियों में हुई थी चीफ इंजीनियर की मौत
बता दें कि शिमला से 10 मार्च को रहस्यमई परिस्थितियों में लापता हुए हिमाचल प्रदेश पावर कॉरपोरेशन के चीफ इंजीनियर का शव भाखड़ा में मिला है. इंजीनियर विमल नेगी की मौत अपने पीछे कई सवाल छोड़ गई हैं. मृतक के परिजनों द्वारा प्रताड़ना के आरोप लगाए गए थे. इसे लेकर हिमाचल में विपक्षी बीजेपी ने राज्य की कांग्रेस सरकार को निशाने पर लिया था और गंभीर आरोप लगाए थे.
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