सोनभद्र। अनपरा थाना परिक्षेत्र में स्थित पिपरी वन क्षेत्र अंतर्गत वेलवादाह एवं कुलडोमरी ग्राम पंचायत स्थित राख बांध से राख ट्रांसपोर्टिंग के लिए वन विभाग, राजस्व एवं खनन विभाग के बिना एनओसी के कुछ कास्तकारो से सांठ-गांठ कर एक निजी कम्पनी के अधिकारी कर्मचारियों ने नियमों को ताक पर रखकर सैकड़ो पेड़ो को पोकलेन मशीन लगाकर जमीदोज कर मिट्टी के नीचे दबाकर सड़क बना दिया है जिसका खुलासा होते ही क्षेत्र में हड़कप मच गया है। रविवार को राजस्व विभाग व वन विभाग की सयुक्त जांच में जंगल को नुकसान पहुंचाने वाली जमीन वन विभाग की निकली।
बताते चले कि एमईआईएल कम्पनी से बेलवादाह राख बांध से राख ट्रांसपोर्टिंग का पांच साल के लिए यूनाइटेड मेगा मुवर्स कम्पनी को कार्य आवंटित हुआ है जिसका सब कांटरेक्टर साँई सूर्या प्रोफेशनल सर्विस है जिसने नियमों को ताक पर रखकर बिना वन विभाग की अनुमति के बेलवादाह जहाँ वन विभाग की लगभग 30 बीघा से अधिक जमीन है उसे काटकर सैकड़ो पेड़ो को जमीदोज कर सड़क बना डाला जिससे भारी मात्रा में वन वनस्पति को नुकसान पहुंचा है जिसका खुलासा रविवार को राजस्व विभाग की टीम द्वारा किये गए जांच में हुआ।
यूनाइटेड मेगा मुवर्स कम्पनी पूर्व में बने सड़क से ट्रांसपोर्टिंग ना करके कई किलोमीटर बचाने के चक्कर में यूपी सरकार के जीरो टॉलरेंस की धज्जिया उड़ाते हुये नियमों को ताक पर रखकर आबादी के बीच से होते हुए कच्ची अस्थाई सड़क बिना सम्बंधित विभागों के अनुमति से बना डाला है। जिससे क्षेत्र मे हड़कंप मच गया है। कानूनगो सुरेश पाण्डेय ने बताया कि राख बांध से सटे वन विभाग की लगभग 30 बीघा जमीन है जिसके बाद कस्तकारों की जमीन है बिना वन विभाग के अनुमति के सड़क नहीं बनाई जा सकती है। पिपरी के रेंजर राघवेंद्र कुमार ने बताया कि जांच रिपोर्ट आते ही संबंधितो पर वन अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज किया जायेगा। इस अवसर पर वन विभाग के दरोगा संजीव कुमार, छोटेलाल, कुलडोमरी की लेखपाल वर्षा वर्मा, बेलवादाह की लेखपाल अंजना पटेल, मुर्धवा के लेखपाल विशाल सहित दर्जनों ग्रामीण व कम्पनी के अधिकारी कर्मचारी मौजूद रहे।