रिश्ते को सही से चलाना दोनों साथियों की जिम्मेदारी होती है, लेकिन अगर किसी को इसे बचाने के लिए भावनात्मक उत्पीड़न का सामना करना पड़ता है, तो ऐसे रिश्ते से बाहर निकलना बेहतर होता है. मानसिक उत्पीड़न क्या है, सबसे पहले आपको इसे अच्छे से समझना होगा ताकि अगर आप ऐसी कोई चीज का सामना कर रहे हैं तो आप अपने लिए सही निर्णय ले सकें. अगर आप प्रेम के नाम पर अपने साथी के लिए मानसिक परेशानी पैदा कर रहे हैं, तो आपको भी समझना चाहिए कि ऐसा करना सही नहीं है.
आत्मविश्वास में कमी
जब आप भावनात्मक रूप से उत्पीड़ित होते हैं, तो आपका साथी आपको हर चीज में बाधा डालने का प्रयास करता है. आपके निर्णयों में रुकावट डालने की कोशिश करता है. उदाहरण के लिए वह आपको यह मनाने की कोशिश कर सकता है कि आप सही ढंग से बात कैसे करते हैं, कि आप दुनिया के बारे में बहुत कुछ नहीं जानते हैं. आप सही निर्णय नहीं ले पा रहे हैं. ऐसी बातों से आपका आत्मविश्वास टूट सकता हैं, हालांकि, आपको यह समझना होगा कि हर व्यक्ति को अपने लिए निर्णय लेने की स्वतंत्रता होनी चाहिए.
दोस्तों और रिश्तेदारों के सामने अधिक आवाज में बात
किसी को भी आप पर चिल्लाने और आपको निरादर करने का अधिकार नहीं है, चाहे वह सार्वजनिक स्थान में हो या दूसरों के सामने अगर आपका साथी अपने दोस्तों और रिश्तेदारों के सामने अधिक आवाज़ में बात करता है और आपको निरादर करता है, तो आप सावधान रहें. किसी भी मसले पर विभिन्न राय हो सकती हैं, लेकिन यह नहीं मतलब है कि आपका साथी आप पर चिल्लाएं वह भी सबके सामने.
ताना मारना और अपमानित करना
एक स्वस्थ रिश्ता वह होता है जिसमें साथी एक-दूसरे को सुनते हैं और उनकी सोच का सम्मान करते हैं, लेकिन अगर आपका साथी हर वक्त आपकी कही हर बात पर ताना मारता है और आपको बताता है कि आप गलत हैं, तो यह संभव नहीं है. ऐसे स्थिति में आपको समझ लेना चाहिए कि आपका साथी आप पर दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है और आपको अपमानित करके अपना अधिकार बनाए रखना चाहता है.
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