इस्राइली सेना।
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7 अक्टूबर को इस्राइल पर हमास के हमले के बाद शुरू हुआ युद्ध 8 महीने बीत जाने के बाद भी इस इस्लामी आतंकवादी संगठन को फलस्तीन से बाहर निकालने में असफल रहा है। लेकिन इस युद्ध कारण बड़े पैमाने पर तबाही आई है। रियर एडमिरल डैनियल हगारी ने इस्राइल के एक चैनल से बात करते हुए कहा, “हमास एक विचारधारा है, हम एक विचारधारा को खत्म नहीं कर सकते।”
उन्होंने आगे बताया कि ‘यह कहना कि हम हमास को गायब कर देंगे, लोगों की आंखों में धूल झोंकना है। अगर हम उन्हें कोई विकल्प नहीं देते हैं, तो अंत में हम हमास को जीत जाएंगे।’
जामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने कहा- हमास के खात्मे तक आक्रमण जारी रहेगा
हालांकि सेना की टिप्पणियों को इस्राइली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय ने तुरंत खारिज कर दिया, जिनके मंत्रिमंडल ने कहा है कि जब तक हमास हार नहीं जाता तब तक गाजा पर आक्रमण समाप्त नहीं होगा।
इस्राइल के आधिकारिक आंकड़ों के आधार पर एएफपी टैली के मुताबिक 7 अक्टूबर के हमले ने युद्ध की शुरुआत की। जिसमें इस्राइली के 1 हजार 194 लोगों की मौत हो गई, इनमें ज्यादातर नागरिक थे। आतंकियों ने 251 लोगों को बंधक भी बना लिया। इनमें से 116 गाजा में बचे हैं, हालांकि सेना का कहना है कि 41 लोग मारे गए हैं।
हमास द्वारा संचालित क्षेत्र के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, हमास को खत्म करने के उद्देश्य से इजरायल के जवाबी हमले में गाजा में कम से कम 37 हजार 396 लोग मारे गए हैं, जिनमें ज्यादातर नागरिक भी शामिल हैं।