शिवसेना-यूबीटी नेता संजय राउत
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महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के मतदान में अब कुछ ही दिनों का समय बचा है, लेकिन अभी तक न तो सत्ताधारी महायुति गठबंधन और न ही विपक्षी महा विकास अघाड़ी गठबंधन की तरफ से सीटों के बंटवारे का आधिकारिक एलान किया गया है। जब इसे लेकर शिवसेना यूबीटी नेता संजय राउत से पूछा गया तो उन्होंने कहा कि आज शाम चार बजे तक सभी उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी जाएगी।
‘हम सत्ता कब्जाने जा रहे’
संजय राउत ने कहा कि ‘महा विकास अघाड़ी का सीट बंटवारे का कोई फार्मूला नहीं है। महा विकास अघाड़ी के उम्मीदवारों की सूची में इसलिए देरी हो रही है क्योंकि हम सत्ता बनाने जा रहा है। हम सत्ता पर कब्जा करने जा रहे हैं। बाकी लोग विपक्ष में बैठने वाले हैं, हम सत्ता में बैठेंगे। इसलिए सोच विचार कर उम्मीदवारों का चयन किया जा रहा है। गठबंधन के बीच कल रात सब कुछ तय हो गया है और आज शाम चार बजे उम्मीदवारों की पूरी लिस्ट जारी हो जाएगी। सब कुछ ठीक-ठाक चल रहा है और हमारे बीच कोई मनभेद या मतभेद नहीं हैं।’
#WATCH | Mumbai: On Maha Vikas Aghadi’s list for #MaharashtraElection2024, Shiv Sena (UBT) leader Sanjay Raut says, “There is no seat-sharing formula of Maha Vikas Aghadi. MVA’s list got delayed because we are going to form the Government. Others are going to sit in Opposition.… pic.twitter.com/AS78iDaSgs
— ANI (@ANI) October 23, 2024
100 से ज्यादा सीटों पर शिवसेना यूबीटी के चुनाव लड़ने पर क्या बोले संजय राउत
जब संजय राउत से पूछा गया कि क्या सीट बंटवारे के तहत शिवसेना यूबीटी 100 से ज्यादा सीटों पर चुनाव लड़ेगी? तो इसके जवाब में संजय राउत ने कहा कि ‘देश हमेशा से चाहता है कि शिवसेना यूबीटी शतक लगाए। हमारे अंदर वो क्षमता भी है और हम ऐसा कर सकते हैं। मुंबई में क्रिकेट बहुत देखा जाता है और शतक की अहमियत भी बहुत होती है।’
कांग्रेस को मिल सकती हैं सबसे ज्यादा सीटें
सूत्रों के अनुसार, महाराष्ट्र में महा विकास अघाड़ी के बीच हुए सीट बंटवारे के तहत राज्य में कांग्रेस सबसे अधिक सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। बंटवारे में सबसे कम सीटें शरद पवार की पार्टी को मिलने का अनुमान है। वहीं शिवसेना (यूबीटी) को मुंबई में सबसे अधिक सीटें मिलने की उम्मीद है। सूत्रों ने बताया कि महाराष्ट्र विधानसभा की 288 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस 103 से 108 सीटों पर, जबकि शिवसेना (यूबीटी) 90 से 95 सीटों पर चुनाव लड़ सकती है। वहीं राकांपा (शरद पवार) को 80-85 सीटें देने पर सहमति बनी है। सपा और आम आदमी पार्टी जैसे अन्य सहयोगियों को 10 से कम सीटों में निपटाया जाएगा।
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