आखिरी अमृत स्नान के साथ अखाड़ों का प्रयाग प्रवास सोमवार को पूर्ण हो गया। शैव अखाड़े के संन्यासी अगले चरण में काशी प्रवास के लिए यहां से रवाना होने लगे हैं। वहीं, अनि और उदासीन अखाड़े के संत अन्य धार्मिक संस्कार पूर्ण करके अपने-अपने स्थान को लौटेंगे।
{“_id”:”67a1462ba6a05bc8bb0e7531″,”slug”:”mahakumbh-2025-amrit-snan-huge-form-of-sanatan-was-seen-during-the-last-amrit-snan-in-maha-kumbh-2025-02-04″,”type”:”feature-story”,”status”:”publish”,”title_hn”:”Mahakumbh 2025 Amrit Snan: आखिरी अमृत स्नान पर दिखा सनातन का विराट रूप, आज से काशी रवाना होंगे शैव अखाड़े”,”category”:{“title”:”City & states”,”title_hn”:”शहर और राज्य”,”slug”:”city-and-states”}}
वसंत पंचमी पर तीसरे अमृत स्नान के दौरान संगम तीरे सनातन धर्म का विराट स्वरूप नजर आया। सनातन परंपरा के सभी 13 अखाड़ों ने राजसी ठाठ-बाट के साथ अमृत स्नान किया। संगम नगरी महादेव और सियाराम के जयकारों से गूंजती रही। हजारों की संख्या में नागा संन्यासी त्रिशूल, गदा और तलवार लहराते हुए स्नान के लिए पहुंचे। आखिरी अमृत स्नान के साथ अखाड़ों का प्रयाग प्रवास सोमवार को पूर्ण हो गया।
{"_id":"67a0c7242a9e6eb36d07c8bc","slug":"naxalite-free-karnataka-know-how-state-achieved-feat-policies-and-operation-of-police-and-anf-explained-news-2025-02-03","type":"feature-story","status":"publish","title_hn":"नक्सल मुक्त घोषित हुआ कर्नाटक: कैसे खत्म हुई पांच दशक पुरानी समस्या, सरकार की किस नीति से मिली मदद, जानें","category":{"title":"India...
© 2024 Asian News Network | Website By- Cliker Studio