बीना/सोनभद्र/एबीएन न्यूज। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों को चरणबद्ध तरीके से बंद करने के फैसले के खिलाफ आम आदमी पार्टी ने मोर्चा खोल दिया है। बीना में आप कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष रमेश गौतम की अध्यक्षता में राज्यपाल के नाम एक ज्ञापन सौंपकर इस निर्णय पर तत्काल रोक लगाने की मांग की।
ज्ञापन में कहा गया कि कम छात्र संख्या वाले परिषदीय विद्यालयों को बंद कर उन्हें बड़े विद्यालयों में समायोजित करना शिक्षा का अधिकार अधिनियम और बाल अधिकार अधिनियम का खुला उल्लंघन है।
पार्टी के संस्थापक सदस्य ज्योतिजंग सिंह ने तीखे शब्दों में सरकार पर सवाल दागा – “महामहिम राज्यपाल महोदया से पूछना चाहते हैं – उत्तर प्रदेश को पाठशाला चाहिए या मधुशाला?” उन्होंने आरोप लगाया कि वर्ष 2024 में प्रदेश में 27,308 मदिरालय खोले गए, जबकि अब तक 26,000 से अधिक स्कूल बंद किए जा चुके हैं और 27,000 और स्कूल बंद करने की तैयारी है।
यूथ विंग के प्रदेश उपाध्यक्ष प्रकाश चौरसिया ने कहा कि इस निर्णय से हजारों शिक्षामित्र, रसोईया, सहायक शिक्षक और प्रधानाध्यापक बेरोजगार हो जाएंगे। यह पूरी तरह जनविरोधी फैसला है। उन्होंने कहा कि सरकार विरोध से बचने के लिए पहले 10–20, फिर 20–50 छात्रों वाले विद्यालय बंद कर रही है और अब 50 से अधिक छात्रों वाले स्कूलों पर भी कार्रवाई का प्रस्ताव लाई है।

पार्टी ने राष्ट्रपति से अपील की कि इस जनविरोधी आदेश पर तत्काल रोक लगाई जाए, अन्यथा प्रदेशव्यापी आंदोलन शुरू होगा। इस अवसर पर महासचिव विमलेश सिंह पटेल, जिला उपाध्यक्ष राजकुमार मौर्या, यूथ विंग के प्रदेश सचिव राकेश कुमार, जिला सचिव शिवम सिंह घमड़ी, पूर्व जिलाध्यक्ष श्रीकांत तिवारी, बल्ली पाठक, शुभम मिश्रा, अनवर अली, प्रेमनाथ कन्नौजिया, नागेंद्र मौर्या, मो. रफीक समेत सैकड़ों कार्यकर्ता मौजूद रहे।