लखनऊ/एबीएन न्यूज। बीते 28 जून को बनबसा बैराज से छोड़े गए भारी जल प्रवाह के चलते पलियाकलां और आसपास के क्षेत्र में भीषण जल जमाव की स्थिति उत्पन्न हो गई। बाढ़ के पानी ने इस क्षेत्र की महत्वपूर्ण “रेलवे बैंक” को भी बुरी तरह प्रभावित किया है। हालात की गंभीरता को देखते हुए रेलवे विभाग ने भीरा-पलिया रेलखंड को संभावित क्षति से बचाने के लिए संरक्षा और अनुरक्षण कार्य युद्ध स्तर पर शुरू कर दिया है।
रेलवे इंजीनियरिंग विभाग के अधिकारी एवं कर्मचारी लगातार ट्रैक पर निगरानी बनाए हुए हैं। कल 5 जुलाई 2025 को पूर्वोत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के वरिष्ठ मंडल इंजीनियर (Sr DEN-2) श्री अश्विनी कुमार तिवारी, अपर जिला मजिस्ट्रेट (एडीएम) लखीमपुर श्री नरेंद्र बहादुर सिंह, उप जिलाधिकारी (एसडीएम) पलियाकलां श्री रत्नाकर मिश्रा एवं कार्यकारी अभियंता (बाढ़ प्रभाग) ने संयुक्त रूप से बाढ़ प्रभावित क्षेत्र का दौरा किया।
निरीक्षण के दौरान रेलवे प्रशासन द्वारा बताया गया कि हर वर्ष बाढ़ के कारण इस रेलखंड को बार-बार क्षति का सामना करना पड़ता है। विशेष रूप से रेलवे बैंक के नीचे से हो रहे रिसाव ने इसकी स्थिरता पर गंभीर खतरा उत्पन्न कर दिया है, जिससे रेल संचालन प्रभावित हो सकता है।

मौके पर उपस्थित एडीएम लखीमपुर श्री नरेंद्र बहादुर सिंह ने भरोसा दिलाया कि बाढ़ की इस recurring समस्या का स्थाई समाधान निकालने और भविष्य में इसके प्रभाव को न्यूनतम करने के लिए सभी आवश्यक कदम तत्काल उठाए जाएंगे।
रेलवे एवं प्रशासन की संयुक्त कार्ययोजना से उम्मीद की जा रही है कि हालात पर जल्द काबू पाया जाएगा और रेल संचालन सुरक्षित ढंग से बहाल किया जा सकेगा।