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कुछ एक्ट्रेस ऐसी हैं, जो इंडस्ट्री में किस्मत से आई हैं. लेकिन फिर भी उन्होंने एक्टिंग की दुनिया में अपनी धाक जमाई है. बिना किसी मेहनत के उन्हें फिल्मों में काम तो मिला ही, साथ ही बड़े बड़े स्टार्स के साथ भी हिट दे चुकी हैं. ये हसीना भी उन्हीं में से एक हैं.
नई दिल्ली. तेलुगु और तमिल फिल्मों की जानी-मानी एक्ट्रेस राधिका सरथकुमार की जिंदगी किसी फिल्म की कहानी से कम नहीं है. पर्दे पर जितनी मजबूत और आत्मनिर्भर दिखती हैं, असल ज़िंदगी में उन्होंने उतने ही उतार-चढ़ाव देखे हैं. तीन शादियों के बाद आखिरकार उन्हें 39 साल की उम्र में अपना सच्चा प्यार मिला.

राधिका ने अपने करियर की शुरुआत साल 1978 में फिल्म किजाक्के पोगु रेल से की थी. पहली ही फिल्म के बाद वह दर्शकों की पसंद बन गईं. इसके बाद उन्होंने न्यायम कवाली, धर्म देवता, नीतिक्कु थंडानई, केलाडी कनमनी जैसी कई सुपरहिट फिल्में दीं. फिल्मों के साथ-साथ उन्होंने टीवी सीरियल्स में भी खूब नाम कमाया और साउथ इंडस्ट्री की पॉपुलर फेस बन गईं.

राधिका का बचपन थोड़ा कड़वाहट भरा रहा. उनका जन्म 21 अगस्त 1963 को तमिल एक्टर एमआर राधा और गीता के घर हुआ था. जब वह छोटी थीं, तब उनके पिता ने एक विवाद के दौरान एक्टर एमजी रामचंद्रन को गोली मार दी थी और फिर खुद को भी शूट कर लिया था. दोनों बच गए, लेकिन इस घटना के बाद उनकी मां उन्हें कोलंबो लेकर चली गईं. वहां राधिका ने अपनी पढ़ाई पूरी की और फिर लंदन चली गईं.

भारत आने के दौरान निर्देशक भारती राजा ने उनमें टैलेंट देखा और उन्हें फिल्म ऑफर की. इसी तरह राधिका बिना किसी खास स्ट्रगल के फिल्मों की हीरोइन बन गईं.

पहला प्यार उन्हें निर्देशक और एक्टर प्रताप पोथेन से हुआ. दोनों ने साल 1985 में शादी कर ली, लेकिन यह रिश्ता दो साल भी नहीं चला. अलग होने के बाद राधिका कुछ वक्त तक अकेली रहीं और फिर 1990 में एक ब्रिटिश व्यक्ति रिचर्ड हार्डी से शादी की. उनके बेटे रयान का जन्म हुआ, मगर यह रिश्ता भी ज्यादा नहीं चला.

कई साल अकेले रहने के बाद राधिका की मुलाकात एक्टर और पॉलिटिशियन सरथकुमार से हुई. दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई. राधिका की मां ने भी उन्हें सरथ से शादी करने की सलाह दी. आखिरकार साल 2001 में दोनों ने शादी कर ली. 2004 में उनके बेटे राहुल का जन्म हुआ.

राधिका आज भी साउथ इंडस्ट्री की एक दमदार एक्ट्रेस और प्रोड्यूसर के तौर पर जानी जाती हैं. उनकी कहानी इस बात की मिसाल है कि जिंदगी में मुश्किलें कितनी भी आएं, अगर इंसान हिम्मत रखे तो सब कुछ मुमकिन है.

बता दें कि साल 1986 में आई टी रामा राव के निर्देशन में बनी फिल्म नसीब अपना अपना में उन्होंने गांव की लड़की के किरदार में लाखों दिलों में अपनी खास जगह बनाई थी. फिल्म में उनका किरदार लोग आज भी नहीं भूल पाए हैं. उनकी वो टेढ़ी चोटी वाला किरदार अमर हो गया था. फिल्म भी सुपरहिट साबित हुई .
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