सोनभद्र/एबीएन न्यूज। शासन की मंशा के अनुरूप जनपद सोनभद्र की चारों तहसीलों — ओबरा, राबर्ट्सगंज, घोरावल और दुद्धी — में सम्पूर्ण समाधान दिवस का आयोजन नवम्बर 2025 के पहले शनिवार को किया गया। मुख्य आयोजन तहसील ओबरा में हुआ, जहां जिलाधिकारी बी.एन. सिंह ने शिकायतकर्ताओं की समस्याएं सुनीं और कई मामलों का मौके पर ही निस्तारण कराया।
जिलाधिकारी ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शिकायतों का गुणवत्तापूर्ण व समयबद्ध निस्तारण सुनिश्चित किया जाए और हर शिकायतकर्ता से फीडबैक प्राप्त किया जाए, ताकि शासन की मंशा के अनुरूप जनसंतुष्टि सुनिश्चित हो सके।
उन्होंने कहा कि भूमि विवाद जैसे संवेदनशील मामलों में राजस्व और पुलिस विभाग की संयुक्त टीम स्थल निरीक्षण कर न्यायोचित कार्यवाही करे।

ओबरा तहसील में जिलाधिकारी ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाए गए आयुष्मान कार्ड, पेंशन योजनाएं, दिव्यांग प्रमाण पत्र, श्रम विभाग और स्वास्थ्य शिविरों का निरीक्षण किया। उन्होंने निर्देश दिया कि इन कैम्पों की पूर्व प्रचार-प्रसार व्यवस्था की जाए, जिससे अधिकाधिक नागरिक लाभ उठा सकें।
ओबरा तहसील में कुल 52 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 5 का निस्तारण मौके पर किया गया। शेष 47 मामलों को समयबद्ध निस्तारण हेतु अधिकारियों को निर्देश दिए गए।
ग्रामीणों ने केवथा-परसोई मार्ग की घटिया गुणवत्ता की शिकायत की, जिस पर जिलाधिकारी ने टीएसी टीम से जांच कराने और दोषी पाए जाने पर कार्यवाही सुनिश्चित करने के निर्देश दिए।

राबर्ट्सगंज तहसील में मुख्य विकास अधिकारी जागृति अवस्थी की अध्यक्षता में समाधान दिवस आयोजित हुआ। यहां 62 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 10 मामलों का निस्तारण मौके पर किया गया।
घोरावल तहसील में उप जिलाधिकारी आशीष कुमार त्रिपाठी की अध्यक्षता में 38 शिकायतें सुनी गईं, जिनमें से 5 का निस्तारण तत्काल किया गया।
दुद्धी तहसील में अपर जिलाधिकारी (वि./रा.) वागीश कुमार शुक्ला की अध्यक्षता में 36 शिकायतें दर्ज हुईं, जिनमें से 3 का निस्तारण स्थल पर किया गया।
चारों तहसीलों में अधिकारियों को निर्देश दिए गए कि लंबित प्रकरणों का निस्तारण निर्धारित समयसीमा में किया जाए और किसी भी स्तर पर लापरवाही या शिथिलता बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
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