पूर्वांचल और बिहार की ओर से आने वाली नियमित ट्रेनें अब भी ठसाठस होकर चल रही हैं, जबकि विशेष गाड़ियों में सीटें खाली हैं। नियमित के मुकाबले विशेष गाड़ियों को यात्री कम महत्व दे रहे हैं। इसका एक कारण इन गाड़ियों का ज्यादा किराया और दूसरा इनकी लेटलतीफी है।
रेलवे ने पिछले साल के मुकाबले इस बार बरेली होते हुए ज्यादा विशेष गाड़ियों का संचालन किया। इसके बावजूद व्यवस्था नहीं संभली। कन्फर्म टिकट और फिर ट्रेनों में सीट पाने के लिए मारामारी की स्थिति रही। दीपावली से 10 दिन पहले शुरू हुआ मारामारी का यह सिलसिला अब भी जारी है।
अधिकारियों का कहना है कि त्योहार भले निपट गए हों, लेकिन अब सहालग का सीजन शुरू हो गया है। दूसरी ओर कई विभागों की भर्ती परीक्षा भी हो रही हैं। इस कारण ट्रेनों पर यात्रियों का दबाव कम नहीं हो रहा है। इसी के मद्देनजर कुछ ट्रेनों के फेरों को बढ़ाया गया है।