BHU Hospital
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बीएचयू अस्पताल में आने वाले मरीजों को स्वास्थ्य की योजनाओं का लाभ पूरा मिल रहा है कि नहीं, इसके संचालन में किस तरह की परेशानी आ रही है। इसके लिए दिए गए बजट का उपयोग हो रहा है कि नहीं। अब इन सभी पर निगरानी के लिए स्पेशल टीम बनाई जाएगी। इसमें आईएमएस बीएचयू से निदेशक, एमएस और जिला प्रशासन की ओर से सीडीओ, स्वास्थ्य विभाग से सीएमओ, डीपीएम को भी रखा जाएगा।
टीम एनएचएम के तहत चलने वाली योजनाओं के साथ ही अन्य योजनाओं के संचालन की निगरानी करेगी। हर महीने इसकी समीक्षा भी होगी। बीएचयू में स्वास्थ्य की बहुत सी योजनाओं का निशुल्क लाभ भी मिलता है। इनमें स्वास्थ्य विभाग की पहल पर एनएचएम के तहत जननी सुरक्षा योजना, जननी शिशु सुरक्षा योजना, राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम के साथ ही हेपेटाइटिस कंट्रोल की दवाएं, टीबी की दवाएं, एचआईवी जांच सहित अन्य कई सुविधाएं भी निशुल्क मुहैया करवाई जातीं हैं।
सीएमओ डॉ. संदीप चौधरी का कहना है कि बीएचयू अस्पताल प्रशासन को अलग-अलग मदों में धनराशि भी दी जाती है। इसके बाद भी दूर दराज से आने वाले मरीजों को इसका पूरा लाभ नहीं मिल पाता है। अगर समय से धन का उपयोग हो तो मरीजों को कोई परेशानी नहीं होगी।
धनराशि का उपयोग, सुविधाओं की माहवार समीक्षा
बीएचयू में अस्पताल प्रशासन द्वारा जेएसवाई में मिले 54 लाख रुपये के उपयोग न करने और महिलाओं को लाभ न मिलने का मामला सामने आया है, इसके बाद जिला प्रशासन ने नई रणनीति के तहत योजनाओं की निगरानी का फैसला लिया है। सीडीओ का कहना है कि अलग-अलग मदों में धनराशि बीएचयू को दी जाती है। इसका उपयोग कितना हुआ है, मरीजों को उसका लाभ कैसे मिल रहा है। इसकी जिम्मेदारी संयुक्त टीम रहेगी।
अधिकारी बोले
एनएचएम सहित अन्य योजनाओं के सही तरीके से संचालन को लेकर बीएचयू अस्पताल के एमएस से चर्चा हो चुकी है। इसके लिए आईएमएस, स्वास्थ्य विभाग, जिला प्रशासन की संयुक्त टीम गठित करने और निगरानी का फैसला लिया गया है। – हिमांशु नागपाल, सीडीओ