नई दिल्लीः ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को केंद्रीय मंत्रीमंडल की तरफ से स्वीकार किए जाने का बीजेपी नेताओं और एनडीए शासित राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने स्वागत किया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने चुनाव सुधारों की दिशा में इसे बड़ा कदम करार दिया। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र को मजबूत करने और आर्थिक विकास को गति देने की प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इच्छाशक्ति को दर्शाता है।
अमित शाह ने बताया ऐतिहासिक कदम
अमित शाह ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत परिवर्तनकारी सुधारों का गवाह बन रहा है। आज इस दिशा में भारत ने ऐतिहासिक चुनाव सुधारों की ओर एक बड़ा कदम उठाया है और केंद्रीय मंत्रिमंडल ने ‘एक राष्ट्र, एक चुनाव’ पर उच्च स्तरीय समिति की सिफारिशों को स्वीकार कर लिया है।
सीएम योगी ने कही ये बात
वहीं, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि एक समृद्ध लोकतंत्र के लिए राजनीतिक स्थिरता अत्यंत महत्वपूर्ण है। पीएम मोदी नेतृत्व में आज केंद्रीय कैबिनेट द्वारा ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ प्रस्ताव को दी गई मंजूरी अभिनंदनीय है। देश में राजनीतिक स्थिरता, सतत विकास और समृद्ध लोकतंत्र की सुनिश्चितता में यह निर्णय ‘मील का पत्थर’ सिद्ध होगा।
शिवराज सिंह चौहान ने दिया बड़ा बयान
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि आज मैं मन से बहुत प्रसन्न हूं। कैबिनेट ने पीएम मोदी की अध्यक्षता में बहुत बड़ा फैसला किया है। हमेशा होने वाले चुनाव देश के प्रगति में बाधक थे इस देश में 24 घंटे चुनाव की तैयारी चलती रहती है। इसलिए विकास के बड़े फैसले नहीं लिए जा पाते। मैं पीएम मोदी को दिल से बधाई देता हूं ऐसा फैसला उनके नेतृत्व में ही हो सकता है। सभी मिलकर इसका समर्थन करें।
पुष्कर सिंह धामी ने की पीएम मोदी की तारीफ
वहीं, उत्तराखंड के सीएम पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि पीएम मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय कैबिनेट ने वन नेशन वन इलेक्शन के प्रस्ताव को अपनी मंजूरी दे दी है। यह एक स्वागत योग्य कदम है। देश में यह बहुप्रतीक्षित मांग रही है। ‘एक राष्ट्र एक चुनाव’ से चुनावों के दौरान खर्च होने वाले सरकारी धन व समय की बचत होगी एवं इसका उपयोग शिक्षा, स्वास्थ्य और बुनियादी ढांचे जैसे विकास कार्यों में अधिक प्रभावी ढंग से किया जा सकेगा।
मनोज तिवारी ने कही बड़ी बात
उधर, बीजेपी नेता मनोज तिवारी ने कहा कि एक राष्ट्र एक चुनाव’ के बहुत सारे फायदे हैं। सबसे बड़ी बाधा ये कि लगातार समय-समय पर आचार संहिता का आना। अगर 5 साल में आप रिपोर्ट देखें तो ढाई-ढाई साल तो आचार संहिता में जा रहा है। फिर इससे कार्य नहीं हो पाते हैं। देश की विकास की गति को बढ़ाने के लिए एक बार चुनाव हो और 5 साल सिर्फ कार्य हो। अभी देखा जाए तो ज्यादा चुनाव ही हो रहे हैं, तो पूरे देश में एक बार चुनाव होने से बहुत फायदा होने वाला है इसलिए हम मोदी की सरकार को धन्यवाद करते हैं और जानता को भी इससे फायदा होने वाला है।
इनपुट- एएनआई