जाहिद, आसिफ, सलमान (फाइल फोटो)
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उत्तर प्रदेश के एटा में इस्लाम नगर, नगला पोता व बारथर के पांच युवक बृहस्पतिवार को ईद पर नदरई पुल स्थित नहर में नहाते समय डूब गए थे। इनमें से दो युवकों के शव शुक्रवार की शाम को मिले। जबकि बाकी तीन के शव शनिवार की सुबह नहर से मिले। कासगंज में पोस्टमार्टम के बाद जैसे ही दोपहर के समय तीनों के शव घर पर लाए गए, चीत्कार मच उठा। रोते-रोते परिजन बदहवास हो गए, एक युवक की मां बेहोश हो गई। देखने वालों के भी आंसू छलक उठे।
ईद वाले दिन 11 अप्रैल को आसिफ, सलमान, जाहिद, शाहिद और अभिषेक नहर में नहाते समय डूब गए थे। इसके बाद एनडीआरएफ, पीएसी व अन्य गोताखोरों ने स्टीमर की मदद से इनको खोजा। शुक्रवार की शाम को शाहिद व अभिषेक का शव नहर से मिला। इसके बाद शनिवार को आसिफ, सलमान और जाहिद का शव भी नहर से बरामद कर लिया गया। पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचते ही चीत्कार मच गया। इस्लाम नगर व नगला पोता का माहौल गमगीन हो गया। माता-पिता व अन्य परिजन की चीखों ने वहां मौजूद लोगों के कलेजे द्रवित कर दिए।
गमगीन माहौल में दफनाए गए शव
आसिफ के चाचा रहीस ने बताया कि तीनों युवकों के शव पोस्टमार्टम के बाद दोपहर लगभग 2 बजे घर लाए गए। जहां परिवार के सभी लोगों को उनका चेहरा दिखाने के बाद दफनाने के लिए कब्रिस्तान ले गए। इससे पहले घर पर ही फातिहा भी पढ़ा गया। इस हादसे ने मोहल्ले के हर व्यक्ति को झकझोर कर रख दिया है।
नहीं रुक रहे आंसू…
आसिफ, सलमान और जाहिद का शव घर पहुंचा, तो उनकी मां व बहनों का हाल सबसे ज्यादा खराब था। यह महिलाएं रो-रोकर बदहवास हो रही थीं। सलमान की मां उसके चेहरे को देखकर बार-बार नाम लेकर बुला रही थी। रोते-रोते वह बेहोश भी हो गईं। वहीं आसिफ और जाहिद के घर पर भी इसी प्रकार का माहौल था।