पांच गांवों में आग की लपटों से मचा हाहाकार, ग्रामीणों एवं अग्निशमन कर्मियों की सूझबूझ से आग पर पाया गया काबू
सोनभद्र। राबर्ट्सगंज कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत सोना गांव में लगी आग ने अपने आसपास के पांच गांवों को जद में ले लिया। अज्ञात कारण से लगी आग की लपट इतनी तेज थी की बहुत लोगों के प्रयास के बावजूद भी कई गांव जद में आ गए और कई लोगों की 50 बिगहे की गेहूं की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई।
आग लगने की सूचना जब सुबह 9-30 बजे यूथ आइकॉन सौरभ कांत पति तिवारी को हुई तो उन्होंने तुरंत जिले के आला अधिकारियों से संपर्क कर आग को गांव की और बहुत तेजी से बढ़ने की सूचना दी और अपने युवक मंगल दल की टीम के साथ मौके पर पहुंचे और आग पर काबू पाने के लिए प्रयास करने लगे। आग की लपट इतनी तेज थी कि उस पर काबू पाना बहुत मुश्किल था बहुत हो हल्ला करने पर गांव के भी काफी लोग वहां पर इकट्ठा हो गए और छोटी-छोटी टहनियों से आग पर काबू करने का प्रयास करने लगे और कुछ लोग ट्रेक्टर से खेत की जुताई करने लगे कुछ लोग जनरेटर स्टार्ट करके पानी का छिड़काव करने लगे। एक समय तो ऐसा लगा कि अब पांच गांव जलकर खाक हो जाएंगे लेकिन तब तक दमकल की गाड़ी मौके पर पहुंच गई मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्रीराम साहनी की कुशलता से पहुंची दमकल की गाड़ियों ने तेजी से बढ़ रही आग पर काबू पाया, लेकिन तब तक लगभग 50 बीघा की फसल जलकर खाक हो चुकी थी।
अग्निशमन अधिकारी श्री राम साहनी भी राहत बचाव कार्य करने लगे।आग इतनी भयानक थी कि कई गांव के लोग मौके पर पहुंच गए और कई लोगों ने तो 112 नंबर एवं कोतवाली को भी सूचना दी जिस पर 112 नंबर एवं कोतवाली प्रभारी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों के मौके पर पहुंचने पर ग्रामीण भी उत्साह से भर गए और मिलकर आग पर काबू पा लिया।
उधर यूथ आइकॉन सौरभ कांत पति तिवारी का कहना है कि जिले के जिम्मेदार अधिकारियों एवं मीडिया के लोगों को सूचना दी गई थी जिनका पूरा सहयोग मिला जिससे कई गांव जलने से बच गए। उन्होंने कहा कि मुख्य अग्निशमन अधिकारी श्री राम साहनी जी जो कि खुद एक युवा है उनका सहयोग सराहनीय रहा और वह खुद खेत में उतरकर ग्रामीणों के साथ आग बुझाने में सहयोग कर रहे थे। दुरावल गांव के पिंटू पटेल. जीवार गांव निवासी पूर्व प्रधान बलवंत देवरी खुर्द निवासी राजकुमार तिवारी, तियरा गांव निवासी शंभू.रजपूरवा गांव निवासी रामजतन. सोना गांव निवासी अम्बुज आदि लोगो ने जिनकी भी फ़सल नष्ट हुई है उनको मुआवजा देने की मांग की है।
उन्होंने कहां है कि अधिकांशतः लोग शासन द्वारा मिले पट्टे के रूप में खेत में खेती करके अपना गुजारा करते हैं, लेकिन वह भी जलकर नष्ट हो गया है। जिसके कारण उनके खाने के लिए भी समस्या का सामना कर पड़ सकता है फसल नष्ट होने वालों में सोना गांव निवासी बलवंत. देवरी खुर्द गांव निवासी जगन्नाथ. सर्वेश पासवान. रामप्रसाद. बलिराम. अर्जुन पासवान. जीत नारायण. भुवनेश्वर. राजमनी. हीरालाल. दयाराम गुप्ता. बसंतु गुप्ता भागवत.दुरावल गांव निवासी रमाकांत सिंह आदि लोगों की खड़ी फसल जलकर खाक हो गई। उक्त अवसर पर आपदा वॉलिंटियर अमित कुमार सिंह,अजय तिवारी,मनोज तिवारी,रामजग यादव, दामोदर पाल मुरली पासवान, खजंती सुभास आदि लोग उपस्थित रहे।