बहराइच। जनपद के एक सरकारी डॉक्टर इन दिनों बड़ी चर्चा में है। बतादें कि बहराइच के एक सरकारी अस्पताल में डॉक्टर अतुल मिश्रा बाल रोग और एनेस्थीसिया डॉक्टर के रूप में कार्य करते हैं। लेकिन शायद डॉक्टर साहब को सरकारी तनख्वाह कम पड़ती है इसलिए डॉक्टर साहब बहराइच शहर में एके हॉस्पिटल के नाम से एक नर्सिंग होम भी संचालित करते हैं और मरीजों की जान से खिलवाड़ करने में कोई कसर नही छोड़ते।
डॉक्टर साहब के ताजा कारनामे की बात करें तो सर्जन न होते हुए भी एक पथरी के मरीज का ऑपरेशन इन्होंने खुद कर दिया। बीते लगभग दो माह पहले कृपाराम (60 वर्ष) निवासी मछरहीवां थाना भिनगा जिला श्रावस्ती को उसके परिजन बहराइच के एके हॉस्पिटल में पथरी के इलाज के लिए लाये थे जहां डॉ अतुल मिश्रा ने मरीज का ऑपरेशन कर दिया और उसे उसके घर भेज दिया। जहां पर अगले दिन ही मरीज की हालत खराब हो गई। मरीज की हालत बिगड़ी तो तीमारदारों ने डॉक्टर से बात की तो साहब सर्जन होने की बात मानते हुए भी बड़ी बेशर्मी से कहते हैं कि ये सब छोटे मोटे ऑपरेशन हम खुद ही करते हैं इसमें क्या है गाल ब्लेडर निकाल के हाथ मे दे देते हैं।
मामले को तूल पकड़ता देख डॉक्टर साहब ने लखनऊ से दो डॉक्टर बुलाये और मरीज का फिर से ऑपरेशन करा दिया लेकिन मरीज की हालत और ज्यादा बिगड़ गयी। इन डॉक्टर साहब की गलती से अब छोटी सी पथरी का ऑपरेशन कराने वाला मरीज आईसीयू में अपनी आखि़री सांसे गिनने को मजबूर है।
इस मरीज के परिजनों ने अब इस डॉक्टर की शिकायत जिलाधिकारी से भी की है। उनका कहना है डॉक्टर अतुल मिश्रा की लापरवाही से उनके पिता की हालत बिगड़ी है अगर उन्होंने पहली बार ही किसी सर्जन से ऑपरेशन कराया होता तो आज ये हाल न होता। पूरे मामले की जानकारी स्वास्थ्य विभाग के आलाधिकारियों के संज्ञान में आ चुका हैं लेकिन कार्यवाही के नाम पर अभी तक कुछ भी नही हुआ। शायद कुछ मरिजों की जान जाने के बाद ही जिम्मेदार जागेंगे।