बच्चों की मौत की जानकारी करती पुलिस
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अतरौली कोतवाली क्षेत्र के गांव पिलखुनी में एक महिला गृहक्लेश के चलते अपने दो बेटों के साथ खुद भी विषाक्त पदार्थ खा लिया। इससे दोनों बच्चों की मौत हो गई, जबकि महिला गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती है। चर्चा है कि पति के शराब की लत से परेशान होकर महिला ने यह आत्मघाती कदम उठाया। खबर पाकर महिला के मायके वाले भी कोतवाली पहुंचे और घटना के लिए महिला के पति और परिवार को दोषी ठहराया।
गांव पिलखुनी निवासी कन्हैया बघेल पुत्र नेत्रपाल सिंह ई रिक्शा चलाते हैं। पांच साल पहले उनकी शादी आरती (28) निवासी एटा के साथ हुई थी। दोनों के दो बेटे पवन (3) और अमन (3 माह) थे। पड़ोसियों के अनुसार दंपती के बीच किसी न किसी बात पर आए दिन विवाद होता रहता था। 23 अप्रैल को भी उनके बीच झगड़ा हुआ था। इससे गुस्साई आरती ने 23 अप्रैल की दोपहर करीब दो बजे दूध में विषाक्त पदार्थ मिलाकर अपने दोनों बच्चों को पिला दिया। इसके बाद खुद भी विषाक्त पदार्थ का सेवन कर लिया।
इससे कुछ देर बाद ही तीनों की हालत बिगड़ने लगी तो वह चीखने-चिल्लाने लगे। शोर सुनकर पड़ोसी दौड़कर पहुंचे तब उन्हें जानकारी हुई। तत्काल ही लोग तीनों को अतरौली के एक निजी अस्पताल में लेकर पहुंचे जहां से हालत खराब होने पर डिबाई के निजी अस्पताल ले गए। वहां देर रात दोनों बच्चों को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। वहीं आरती की हालत गंभीर होने पर परिवार वाले जेएन मेडिकल कॉलेज ले गए हैं। घटना के बाद से पति नदारद है।
सरकारी अस्पताल ले जाते तो बच सकती थी जान
जहर देने की घटना मंगलवार को हुई थी, लेकिन पुलिस को घटना की जानकारी दूसरे दिन बुधवार को हुई थी। गांव के लोग व परिजन जहर खाने के चलते हुए घटना के कारण तीनों को सरकारी अस्पताल नहीं ले गए। वह कानूनी प्रक्रिया से डर रहे थे। लोगों में चर्चा रही कि तत्काल ही सरकारी अस्पताल ले जाया जाता तो जान बच सकती थी।
महिला का पति शराब पीने का आदी था, इसी कारण परिवार में रोजाना क्लेश होती थी। इससे कुपित महिला ने आत्महत्या करने का आत्मघाती कदम उठाया है। महिला ने दो बेटों को जहरीला दूध पिलाया इससे उनकी मौत हो गई। महिला की हालत में सुधार है। उसके बयान लिए जायेंगे। उसके बाद अग्रिम कार्रवाई की जाएगी।- रितेश कुमार, अतरौली कोतवाल