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बसपा के पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री व नौकर पर एक दलित किसान के साथ मारपीट का आरोप लगा है। शिकायत के बाद पुलिस ने कार्रवाई नहीं की तो पीड़ित ने कोर्ट की मदद से मोहनलालगंज थाने में एफआईआर दर्ज कराई।
दौलतखेड़ा गांव निवासी दलित किसान राजाराम के मुताबिक हाइवे किनारे उनकी 50 लाख की जमीन है। आरोप है कि बसपा के पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री जावेद इकबाल ने उनसे उनकी जमीन 50 लाख में खरीदने की बात कही थी। जावेद ने बयान के तौर पर राजाराम के दो भाइयों को चार-चार लाख दिए थे। मगर उन्होंने रजिस्ट्री नहीं कराई और न बकाया भुगतान किया।
पीड़ित का आरोप है 27 सितंबर 2023 को वह पूर्व मंत्री से मिलने उनके पीजीआई के सेनानी बिहार स्थित घर गए थे। यहां जावेद इकबाल ने उनके साथ गालीगलौज किया। नौकर ने किसान को बुरी तरह से पीटा और घर से भगा दिया। मामले की शिकायत राजाराम ने पीजीआई व मोहनलालगंज थाने में की, मगर कोई सुनवाई नहीं हुई। उल्टा पुलिस ने उन्हें ही जेल भेजने की धमकी देकर भगा दिया।
आरोप है कि मोहनलालगंज पुलिस ने उनसे सादे कागज पर उनके हस्ताक्षर भी करा लिए। इसके बाद भी आरोपी उन्हें कॉल कर धमकी दे रहे थे। वहीं, इस मामले में बसपा के पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री जावेद इकबाल ने बताया कि आरोप निराधार है। किसान की जमीन खरीदने के लिए चार लाख रुपये दिए गए थे। जिस समय की घटना दिखाई गई है। उस दौरान मैं लखनऊ से बाहर था। एसीपी मोहनलालगंल राधारमण सिंह के मुताबिक एफआईआर दर्ज की गई है। जांच की जा रही है।