मुरादाबाद में प्रदर्शन करते किसान
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मुरादाबाद में भाकियू (टिकैत) ने 40 प्रतिशत गन्ने की सूखी फसल का मुआवजा देने की प्रदेश सरकार से मांग की है। आरोप लगाया कि राणा ग्रुप की तीन मिलों ने गन्ने के बकाए का भुगतान नहीं किया है।
इस मामले में किसानों ने मंडलायुक्त आंजनेय कुमार सिंह को आठ सूत्री ज्ञापन सौंपा है। लोनिवि गेस्ट हाउस परिसर में भाकियू की मंडलीय पंचायतमंडल अध्यक्ष बाबू राम तोमर की अध्यक्षता में हुई।
किसान नेताओं का कहना था कि मुरादाबाद मंडल के पांचों जिलों में गन्ने की फसल करीब 40 प्रतिशत सूख गई है। इसी कारण गन्ना मिले पहले ही बंद करनी पड़ी। प्रदेश सरकार को किसानों की क्षति पूर्ति के लिए सर्वे कराकर मुआवजा देना होगा।
राणा ग्रुप को सरकार दबाव डालकर गन्ने के बकाए का भुगतान कराए। पूरे मंडल में छुट्टा पशुओं से किसानों की फसलें तबाह हो गई हैं। मुख्यमंत्री योगी ने कहा था कि मार्च के बाद छुट्टा पशु दिखाई नहीं देंगे।
इस मामले में अतिरिक्त गोशाला सरकार बनाए। वहीं जानवरों के हमले के कई लोग शिकार हुए हैं। गुलदारों के हमले से बिजनौर में घटनाएं हुई हैं। हमले में घायल किसानों को मुआवजा मिलना चाहिए।
गंगा खादर और अन्य नदियों से सटी भूमि में जल प्रलय की संभावना है। इसको रोकने के लिए सरकार को शीघ्र तटबंध बनाना होगा। बिजली की व्यवस्था को ठीक करने के लिए शिकायत मिलने पर अधिकारी कर्मचारियों से ढीले तारों और टूटे तारों को ठीक कराएं।
बिजली और सहकारिता विभाग को मुरादाबाद से हटाकर संभल में स्थानांतरित करें। रामपुर में अग्निकांड की घटनाएं बढ़ रही हैं। इस मामले में योजना बनाकर सरकार लगाम लगाए।