ॐ श्री महालक्ष्म्यै च विद्महे विष्णु पत्न्यै च धीमहि तन्नो लक्ष्मी प्रचोदयात् ॐ॥ – अक्षय तृतीया पर लक्ष्मी गायत्री मंत्र का जाप करें. माता को फूल चढ़ाएं. मान्यता है इससे शुभ प्रभाव से ऐश्वर्य, धन और उन्नति मिलती है.
ॐ ह्रीं श्रीं क्रीं श्रीं कुबेराय अष्ट-लक्ष्मी मम गृहे धनं पुरय पुरय नमः॥ – अक्षय तृतीया पर कुबेर देव की भी पूजा की जाती है. इस दौरान ये अष्ट लक्ष्मी कुबरे मंत्र का जाप करें. कहते हैं इससे धन का आगमन होता है. बरकत बरकरार रहती है.
ॐ अमृत लक्ष्म्यै नम: – मां लक्ष्मी को खुश करने और धन प्राप्ति की कामना के लिए अक्षय तृतीया पर इस मंत्र का 108 बार जाप करें,मान्यता है इससे घर में लक्ष्मी जी स्थाई रूप से निवास करती है.
ॐ श्री गुरुदेवाय नमः – अक्षय तृतीया पर विष्णु जी ने नर-नारायण अवतार लिया था. विष्णु जी को प्रसन्न करने से इस मंत्र का जाप करें. इससे कुंडली में गुरु ग्रह मजबूत होता है. भाग्य का साथ मिलता है.
‘कलशस्य मुखे विष्णु कंठे रुद्र समाश्रिता: मूलेतस्य स्थितो ब्रह्मा मध्ये मात्र गणा स्मृता:’ – अक्षय तृतीया पर कलश पूजन करते समय इस मंत्र का जाप करें. इससे 33 कोटी देवी-देवता कलश में वास करते हैं. इस दिन मिट्टी के कलश का पूजन कर उसे दान करने से अमृत और आरोग्य मिलता है.
अक्षय तृतीया पर लक्ष्मी स्तोत्र, श्रीसूक्त का पाठ करें. इसके प्रताप से आर्थिक संकट दूर होता है.
Published at : 09 May 2024 11:51 PM (IST)
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