सभी तंत्रों को स्वस्थ रखता है प्राणायामों का नियमित अभ्यास आहार को भी सदैव रखें
गुरमा/सोनभद्र। स्थानीय कारागार में अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष में धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान के तत्वाधान में बुधवार को योग गुरु आचार्य अजय पाठक एवं संस्थान की उत्तर प्रदेश प्रभारी लाजो एवं सह ट्रस्टी एवं राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य प्रतिमा ने सयुक्त रुप से योगाभ्यास कराया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विधायक अनिल मोर्या, जेलर जेपी दुबे ने सयुक्त रूप दीप प्रज्वलित कर किया एवं कार्यक्रम की मुख्य अतिथि ने संबोधन करते हुए बताया कि धन्वंतरी पतंजलि योग संस्थान के संस्थापक योग गुरू आचार्य अजय पाठक ने अपनी संस्थान के माध्यम से योग साधना संसार के परम वैभव की ओर ले जाने का सर्वोपरि माध्यम है जिसके बगैर इस जीवन की कल्पना कर पाना मुश्किल है स्वस्थ रहने की कुंजी एकमात्र योग ही है जिससे हम और पूरा समाज स्वस्थ और सुखमय जीवन व्यतीत कर सकता है इसलिए जीवन के सुख-दुख और स्वास्थ के बीच सेतु रूपी योग ब्रह्मास्त्र के रूप में काम कर रहा है।
योग गुरु आचार्य अजय कुमार पाठक ने कहां कि आदि से अनादि काल तक योग की क्रियाओ से ही इंद्रियों को जागृत कर जटिल से जटिल रोगों को भी खत्म किया जा सकता है। सुबह की दिनचर्या में शामिल चाय को जहर बताते हुए छोड़ने का लोगों को संकल्प कराया गया और खाना खाने के तुरंत बाद पानी नही पीने पर बल दिया। उच्च रक्तचाप और शुगर को नियंत्रित करने के लिए प्रतिदिन योगाभ्यास जरूरी है। वर्तमान में योग जीवन चक्र का अभिन्न हिस्सा बन चुका है और नियमित योग करने से स्वास्थ्य लाभ प्राप्त किया जा सकता है। पुराना कार में वैश्विक महामारी जैसी आपदा के समय निरंतर योग करा कर हजारों हजारों लोगों को निशुल्क स्वास्थ्य लाभ पहुंचाने का काम धनवंतरी पतंजलि योग संस्थान की टीम ने किया।
संस्थान की उत्तर प्रदेश प्रभारी लाजो कुमारी एवम प्रतिमा ने बताया कि योग मन, मस्तिष्क की शुद्धता के साथ आंतरिक शुद्धता बेजोड़ स्तंभ है। रोगों से बचाव का मूल है योग साधना। योगाचार्य अजय ने बंदियों को विभिन्न योग जिसमे सूर्य नमस्कार, कपालभाती, अनुलोम विलोम प्राणायाम, सिंहासन कराया। कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे जेलर जे.पी.दुबे ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में मुख्य संस्थान के जिला प्रभारी रोहित मौर्य, विकाश अग्रहरि, अजीत सिंह, बहादुर, समाजसेवी प्रशांत सिंह।