दुद्धी/सोनभद्र। कस्बे से सटे महारानी दुर्गावती स्थल पर सोमवार को महारानी दुर्गावती बलिदान दिवस बड़े ही धूमधाम से मनाया गया। सबसे पहले आदि बड़ा देव, बावनगढ़, सतावन परगना के देवी देवताओं का आह्वान कर सेवा जोहार गोंडवाना संस्कृति से पूजा अर्चना किया गया। मुख्य धर्माचार्य रामनाथ, गिरधारी लाल, रामदेव के द्वारा मुख्य यजमान वरिष्ठ समाजसेवी संजय कुमार गौड़ वाराणसी के द्वारा सम्पन्न हुई। यजमान के रूप में संजय कुमार गौड़ ने विधिवत पूजा पाठ की। अखिल भारतीय महासंघ के जिलाध्यक्ष फौजदार सिंह परस्ते ने कहा कि बलिदान दिवस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि वाराणसी के जयपुर मूर्ति भंडार के स्वामी एवं वरिष्ठ समाजसेवी संजय कुमार गौड़ जी रहें, जिनका इस तरह के कार्यक्रम में हमेशा से चढ़ बढ़कर हिस्सा लिया जाता हैं और ये समाज के प्रति अपनी सेवा भावना को लेकर दृढ संकल्पित हैं। इस मौके पर मुख्य अतिथि संजय कुमार गौड़ ने कहा कि आदिवासी समाज को संगठित होकर अपनी इतिहास को बचाना हैं। अपनी सभ्यता संस्कृति की रक्षा करते हुए अपने बच्चों को पढ़ाना हैं ताकि वह अपने हक व अधिकार के लिए लड़ सके। उन्होंने कहाँ कि आज के समय में शिक्षा महत्वपूर्ण हैं इसलिए आप भले बनी मजदूरी करें लेकिन अपने बच्चों को स्कूल जरूर भेजें।उन्होंने कहाँ कि हम सब लोगों को महारानी दुर्गावती से सीखना चाहिए देश एवं समाज सेवा के लिए अपनी जीवन कुर्बान कर दिया जिन्हें हम आज बलिदान दिवस के रूप में याद करते हैं। इतिहास के पन्नो में 24 जून का दिन हमेशा बलिदान दिवस के रूप में याद किया जाता रहेगा। इस मौके पर सुरेन्द्र रंगीला, रामफल,राम शरण, हीरा मणी, मीरा सिंह, रंजना सिंह, राजकुमार, गिरधारी, चन्द्रकला, शकुंतला, अनीता, प्रियंका, शिवानी सहित अन्य उपस्थित रहें।