भूख हड़ताल पर बैठीं आतिशी की जांच करती मेडिकल टीम
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राजधानी में जल संकट के बीच पानी को लेकर सियासी लड़ाई बढ़ती जा रही है। भोगल के जंगपुरा में जल मंत्री आतिशी का अनिश्चितकालीन अनशन सोमवार को चौथे दिन भी जारी रहा। अनशन स्थल से उन्होंने लोगों को संदेश देते हुए कहा कि उनका स्वास्थ्य चाहे कितना भी बिगड़ जाए, लेकिन अनशन का उनका संकल्प दृढ़ है। जब तक दिल्ली को अतिरिक्त पानी नहीं मिलता, तब तक अनशन जारी रहेगा।
आतिशी ने कहा कि वह अनशन पर इसलिए बैठी हैं, क्योंकि दिल्ली में पानी की कमी है। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि दिल्ली में अपना पानी नहीं है, यहां सारा पानी पड़ोसी राज्यों से आता है, लेकिन पिछले 3 हफ्ते से हरियाणा ने दिल्ली को पानी भेजना कम कर दिया है। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि 100 एमजीडी पानी का मतलब 46 करोड़ लीटर पानी हुआ। ये एक दिन में 28 लाख लोगों के काम आता है। उन्होंने कहा कि पर्याप्त पानी न मिलने से 28 लाख लोग बूंद-बूंद पानी के लिए तरस रहे हैं। उन्होंने कहा कि रविवार को डॉक्टरों ने उनकी जांच की थी। डॉक्टरों ने बताया कि उनका ब्लड प्रेशर कम हो रहा है, शुगर लेवल के साथ वजन भी घट रहा है। कीटोन का स्तर भी काफी बढ़ गया है। डॉक्टरों ने सलाह दी है कि कीटोन लेवल का इतना बढ़ना खतरनाक है और इससे शरीर पर लंबे समय तक बुरा असर पड़ सकता है।
आतिशी का वजन 2.2 किलो घटा, डॉक्टरों ने दी भर्ती होने की सलाह
जल मंत्री आतिशी का चार दिन बाद 2.2 किलो वजन कम हो गया। डॉक्टरों ने उन्हें अस्पताल में भर्ती होने की सलाह दी है। सोमवार को लोकनायक अस्पताल के डॉक्टरों ने आतिशी के स्वास्थ्य की जांच की। जांच के बाद डॉक्टरों ने बताया कि मंत्री का वजन कम हो रहा है। उनकी स्थिति खराब है और उन्हें अस्पताल में भर्ती होना चाहिए लेकिन मंत्री ने अनशन खत्म करने से मना कर दिया।
मालूम हो कि 21 जून से जल मंत्री आतिशी दिल्लीवालों को हरियाणा से उनके हक का पानी दिलवाने के लिए अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठी हैं। डॉक्टरों ने बताया कि 21 जून को अनशन पर बैठने से पहले उनका वजन 65.8 किलो था। अनशन के चौथे दिन घटकर 63.6 किलो पर पहुंच गया है। चार दिन में ब्लड शुगर लेवल में 28 यूनिट की गिरावट आई है। उनका ब्लड प्रेशर लेवल भी कम हुआ है। डॉक्टरों ने इसे खतरनाक बताया है। इसके अलावा मंत्री का यूरिन कीटोन स्तर बढ़ रहा है।