समाजवादी पार्टी।
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अलीगढ़ के मामू भांजा इलाके में हुए घटनाक्रम अभी निपटा नहीं है। मामले में सियासी दखलंदाजी के बीच जहां दोनों ही पक्ष अपनी मांगों पर अडिग हैं। वहीं पुलिस ने सियासी दखल को देखते हुए विवादित बयान को लेकर सपा के पूर्व महानगर अध्यक्ष व दो बार कोल सीट पर चुनाव लड़ चुके अज्जू इस्हाक पर मुकदमा दर्ज कर लिया है। हत्यारोपी व्यापारी पक्ष की ओर से भी बदली हुई तहरीर पुलिस को भेज दी गई है। जिस पर पुलिस मुकदमा दर्ज करने पर विचार कर रही है।
गांधीपार्क के मामू भांजा में बीती 18 जून की रात हुए घटनाक्रम के बाद जब शव जिला अस्पताल में रखा गया था। तभी सपा नेता अज्जू इशहाक की ओर से शव के पास खड़े होकर यह ऐलान किया गया था कि चाहे गोली क्यों न चल जाएं। मगर तब तक शव दफन के लिए नहीं जाएगा, जब तक आरोपी गिरफ्तार नहीं हो जाते। यह बयान वीडियो रिकार्ड कर वायरल कर दिया गया। इसी बयान पर पहले दिन से भाजपा व व्यापारी पक्ष भड़काऊ बयान देने का आरोप लगाकर मुकदमे की मांग कर रहे थे।
इस मामले में पुलिस अब तक टालमटोल रवैया अपना रही थी। मगर सोमवार को भाजपा, व्यापारी पक्ष, आरोपी पक्ष व कुछ लोगों के साथ संघ कार्यालय पर बैठक हुई। बैठक में संघ के पदाधिकारी भी मौजूद रहे। इन पदाधिकारियों के स्तर से इस मुद्दे पर आवाज बुलंद की गई। इसी क्रम में बन्नादेवी थाने की मलखान सिंह जिला अस्पताल चौकी प्रभारी ने अज्जू इस्हाक पर बन्नादेवी थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। जिसमें विवादित बयान देकर वैमनस्यता पैदा करने आदि संबंधी धाराएं लगाई गईं हैं।
इधर, हत्यारोपी व्यापारी पक्ष द्वारा मामले में पहले दिन दी गई तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया है। जिसे बदलकर दिया गया है। सोमवार को यह तहरीर एसएसपी आवास पर संघ कार्यालय पर हुई बैठक के बाद भेजी गई। इस तहरीर में लिखा है कि औरंगजेब व उसके साथी लूट के लिए घर में घुसे। लूट के दौरान हथियारों से परिवार को डराया धमकाया और महिलाओं से छेड़खानी की। पुलिस को देर शाम यह तहरीर मिल गई। जिस पर पुलिस मुकदमा दर्ज करने पर मंथन कर रही है। बाकी मुकदमे की धाराएं बदलने संबंधी व कुछ को निर्दोष करार देकर नाम निकालने आदि मुद्दों पर भी मांग रखी गई है। जिस पर पुलिस स्तर से अभी कोई जवाब नहीं मिला है।