अपनी पत्नी के साथ विधायक शंकर सिंह। (फाइल फोटो)
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रूपौली विधानसभा उपचुनाव में जनता दल यूनाईटेड और राष्ट्रीय जनता दल के प्रत्याशी को हारकर निर्दलीय विधायक बने शंकर सिंह आज फिर से सुर्खियों में हैं। चर्चा है कि शंकर सिंह नीतीश सरकार को अपना समर्थन दे सकते हैं। हालांकि, इस मामले में अब तक शंकर सिंह ने स्पष्ट नहीं किया है। इधर, पटना में सीएम नीतीश कुमार के करीबी विधान परिषद् सदस्य संजय सिंह के आवास पर पत्रकारों से बातचीत के दौरान शंकर सिंह ने सीएम नीतीश कुमार की नीतियों की खूब तारीफ की। उन्होंने ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के कामकाज से वह काफी प्रभावित हैं। बिहार के विकास के लिए उन्होंने अच्छा काम किया है। उनकी नीतियों का समर्थन करता हूं।
मैं सर्वदलीय जीता हूं और सर्वदलीय के तरह ही रहूंगा
विधानसभा में मानसून सत्र के दौरान किस ओर बैठेंगे इस सवाल पर शंकर सिंह ने कहा कि कुर्सी बहुत लगी हुई है। सारी कुर्सी विधायक के लिए ही है। मैं सर्वदलीय जीता हूं और सर्वदलीय ही रहूंगा। सीएम नीतीश के विकास पर सवाल पर उन्होंने 2005 से पहले बिहार में अपराध चरम पर था। सीएम नीतीश कुमार जब मुख्यमंत्री बने तो अपराध पर अंकुश लगा और विकास भी हुआ। इसे आप झूठला नहीं सकते हैं।
जदयू वाले संजय सिंह और आनंद मोहन- दोनों से करीब हैं
एक समय में नॉर्थ बिहार लिबरेशन आर्मी के अध्यक्ष रह चुके शंकर सिंह जदयू के संजय सिंह और पूर्व सांसद आनंद मोहन के काफी करीबी हैं। इसलिए कयास लगाया जा रहा है कि अपने करीबी वरीय नेताओं के कहने पर शंकर सिंह नीतीश सरकार को अपना समर्थन दें। केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की पार्टी के बागी शंकर सिंह ने 19 साल बाद जीत का स्वाद चखा है। शंकर सिंह ने जदयू के कलाधर मंडल को 8211 वोटों से हराया था। उन्हें 67779 वोट मिले थे।