सिंगरौली/सोनभद्र। शनिवार को भारत सरकार की मिनीरत्न कंपनी नॉर्दर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड ने सिंगरौली स्थित एनसीएल मुख्यालय में “सिंगरौली इंडस्ट्रियल समिट 2024” का भव्य आयोजन किया। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि माननीय राज्य मंत्री (पंचायत एवं ग्रामीण विकास, मध्य प्रदेश) श्रीमती राधा सिंह मौजूद रहीं। साथ ही विधायक, देवसर श्री राजेंद्र मेश्राम, एपीसीसीएफ/आईएफओएस, भोपाल श्री एच. एस. मोहंता, सदस्य सचिव, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, भोपाल, श्री अच्युत आनंद मिश्रा, जिला अधिकारी, (सिंगरौली), श्री चंद्रशेखर शुक्ला, सीएमडी, एनसीएल, श्री बी. साईराम, पुलिस अधीक्षक (सिंगरौली), श्रीमती निवेदिता गुप्ता, निदेशक (कार्मिक) श्री मनीष कुमार, निदेशक (वित्त) श्री रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/संचालन) श्री जितेंद्र मलिक, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री सुनील प्रसाद सिंह, एनटीपीसी, रिलायंस, हिंडाल्को, अल्ट्राटेक सीमेंट, एमईआईएल सोनभद्र, एमपीआईडीसी, एमपीएसटीडीसी, ग्रासिम इंडस्ट्री रेणुकूट, अडानी ग्रुप, अमेलिया कोल माइनिंग के प्रतिनिधियों एवम् अन्य के साथ एनसीएल जेसीसी सदस्य एवम् सीएमओएआई महासचिव उपस्थित रहे। साथ ही एनसीएल मुख्यालय सहित सभी क्षेत्रों/इकाइयों से महाप्रबंधक, विभागाध्यक्ष और बड़ी संख्या में अधिकारी व कर्मचारी भी उपस्थित रहे।
इस दौरान राज्य मंत्री, पंचायत एवम् ग्रामीण विकास विभाग मध्य प्रदेश शासन, श्रीमती राधा सिंह और माननीय विधायक, देवसर श्री राजेंद्र मेश्राम ने सिंगरौली इंडस्ट्रियल समिट-2024 के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए सिंगरौली के सतत विकास के लिए अपने विचार प्रस्तुत किए। उन्होंने वृहद सिंगरौली क्षेत्र की औद्योगिक क्षमता का अनुकूलतम उपयोग करने की दिशा में सिंगरौली इंडस्ट्रियल समिट आयोजित करने के लिए एनसीएल की सराहना की।
इस दौरान आईएफओएस/एपीसीसीएफ, श्री एच.एस. मोहन्ता, सदस्य सचिव, मध्य प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड श्री अच्युत आनंद मिश्रा, आईएएस, डीएम, (सिंगरौली) श्री चन्द्रशेखर शुक्ला, पुलिस अधीक्षक (सिंगरौली) श्रीमती निवेदिता गुप्ता ने भी सिंगरौली इंडस्ट्रियल समिट-2024 के उद्घाटन सत्र को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने सिंगरौली क्षेत्र के समावेशी सामाजिक-आर्थिक और पर्यावरणीय विकास में उद्योगों की भूमिका को अपरिहार्य बताया और सिंगरौली परिक्षेत्र के समग्र विकास के लिए बहुमूल्य सुझाव दिए।
इस से पूर्व सीएमडी, एनसीएल श्री बी. साईराम ने उद्घाटन सत्र के दौरान ‘सिंगरौली इंडस्ट्रियल समिट 2024’ में सभी गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत करते हुए सिंगरौली इंडस्ट्रियल समिट के उद्देश्य, राष्ट्र की ऊर्जा जरूरत एवम् सिंगरौली परिक्षेत्र के विकास में एनसीएल के योगदान के साथ ही साझे मूल्य पर आधारित एकीकृत दृष्टिकोण के साथ विस्तृत सिंगरौली क्षेत्र के विकास की रूपरेखा रखी।
इस दौरान “इंडस्ट्रियल लैंडस्केप ऑफ सिंगरौली रीजन” के नाम से एक पुस्तक का वर्चुअल माध्यम से विमोचन भी किया गया। सिंगरौली इंडस्ट्रियल समिट के इस समागम में ऊर्जा (कोयला एवम् ताप बिजली घर), सिंगरौली का समग्र विकास, एल्यूमिनियम, सीमेंट, केमिकल्स व आधारभूत संरचना जैसे विषय वस्तुओं पर अवसर सृजन हेतु गहन मंथन व परिचर्चा किया गया। इस दौरान सिंगरौली परिक्षेत्र के दीर्घकालिक विकास के आलोक में एक विशेषज्ञ परिचर्चा सत्र का भी आयोजन हुआ।
गौरतलब है कि एनसीएल अपने कुल प्रेषित 137 मिलियन टन से अधिक कोयले का 94 प्रतिशत बिजली घरों को भेजती है जिस से देश की लगभग 10 प्रतिशत बिजली बनती है। एनसीएल के कोयले पर सिंगरौली परिक्षेत्र में स्थित 19,316 मेगावाट से अधिक क्षमता के पिट हेड पावर प्लांट निर्भर हैं। एनसीएल ने विगत वर्ष 2023–24 में केंद्र व राज्य सरकारों को अलग–अलग मदों में लगभग 15,000 करोड़ रुपए का राजस्व दिया है।