शक्तिनगर/सिंगरौली। छत्तीसगढ़ में आधा दर्जन सर्राफा दुकानों में चोरी की वारदातों को अंजाम देने वाला गिरोह सिंगरौली का निकला है। बताया जा रहा है कि गिरोह का मुख्य सरगना वैढ़न का सर्राफा कारोबारी मनीष सोनी है। जिसने लामीदह, गजरा बहरा, बाघाडीह के शातिर बदमाशों को एकत्र कर गिरोह बनाया और छत्तीसगढ़ के रायपुर, अंबिकापुर, जांजगीर चांपा सहित अन्य जगहों पर स्थित आभूषण की दुकानों में चोरियां करवाई।
गत दिनों छत्तीसगढ़ पुलिस सिंगरौली पहुंची और गिरोह के मुख्य सरगना मनीष सोनी उर्फ सोनू पिता नान्हे सोनी निवासी गनियारी, अमित सिंह पिता स्वर्गीय शिवराज सिंह निवासी गनियारी, लालमन उर्फ बड़का पिता सिद्धू बसोर निवासी बरहवा टोला बरगवां, रामधनी बसोर पिता हंसलाल बसोर निवासी बाघाडीह बरगवां, सियाराम बसोर पिता ददन बसोर निवासी लामीदह, लालजी उर्फ किनका बसोर पिता बंसतलाल बसोर निवासी लामीदह, राजेंद्र गुप्ता उर्फ गुड्डू बनिया पिता मोचन गुप्ता निवासी गजरा बहरा को गिरफ्तार कर ले गई है।
बताया जा रहा है कि सरगना मनीष सोनी छत्तीसगढ़ की सर्राफा दुकानों से चोरी किए गए सोने-चांदी के आभूषणों को वैढ़न में लाकर गलाता था। गलाने के बाद वह वैढ़न सहित अन्य जगहों के सर्राफा कारोबारियों को गलाया हुआ सोना और चांदी सस्ते दामों में बेचता था। छत्तीसगढ़ पुलिस अब उन सर्राफा करोबारियों के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है, जो कि इस गिरोह के सदस्यों से सोना चांदी खरीदते थे।
बताया जा रहा है कि आरोपियों ने छत्तीसगढ़ के बिलासपुर, अंबिकापुर, जांजगीर चांपा सहित अन्य शहरों में आधा दर्जन आभूषण की दुकानों में अलग-अलग समय में चोरी की वारदातों को अंजाम देकर 26 करोड़ रुपए से अधिक कीमत के सोने-चांदी के आभूषण चुराये थे। चोरी के आभूषणों को सरगना मनीष सोनी गलाता था और दूसरी जगहों पर बेचता था। छत्तीसगढ़ पुलिस सभी आरोपियों से पूछताछ कर अब तक हुई चोरियों के बारे में जानकारी एकत्र कर रही है।