नई दिल्ली। उत्तर रेलवे मुख्यालय, लाइफ ट्रांसफॉर्मेशन अकादमी के सहयोग से, कार्यस्थल में लिंग संवेदीकरण और महिलाओं को सशक्त बनाने पर कार्यशाला का आयोजन कर रही है। कार्यशालाएँ 8 से 14 अगस्त को आयोजित की गईं। यह पहल रेलवे के लिए एक ऐतिहासिक उपलब्धि का प्रतिनिधित्व करती है, क्योंकि यह अपनी तरह की पहली पहल है जहां मुख्यालय की सभी महिला कर्मचारी आगामी हफ्तों में विशेष प्रशिक्षण में भाग लेंगी। कार्यशाला, जिसे “शक्ति” नाम दिया गया है। शक्ति का प्राथमिक लक्ष्य महिला कर्मचारियों को कार्यस्थल के भीतर उनकी पहचान के सूक्ष्म और अक्सर अनकहे पहलुओं की खोज में मार्गदर्शन करना है। रोल-प्ले और अनुभव साझाकरण जैसी आकर्षक गतिविधियों के माध्यम से, प्रतिभागियों को अपने व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन में गहराई से उतरने के लिए प्रोत्साहित किया जाता है। इसे सावधानीपूर्वक चार अलग सत्रों- पूर्वाग्रह, विशाखा, कार्यस्थल और शक्ति में विभाजित किया गया है। प्रत्येक सत्र को एक सुरक्षित और सहयोगात्मक वातावरण को प्रोत्साहन देने के उद्देश्य से डिजाइन किया गया है जहां महिलाएं अपनी भूमिका का निर्वहन कर सकें और आत्म-सजगता और आत्मविश्वास की एक ताकतवर भावना का विकास कर सकें। इस कार्यशाला का उद्देश्य लैंगिक संवेदनशीलता से संबंधित महत्वपूर्ण मुद्दों को संबोधित कर और महिलाओं को उनके पेशेवर विकास और व्यक्तिगत कल्याण के लिए ज्ञान प्रदान करके अधिक समावेशी और न्यायसंगत कार्य वातावरण को बढ़ावा देना है।
उत्तर रेलवे, कार्यालय विविधता और समावेशन को बढ़ावा देने के लिए प्रतिबद्ध है, और यह कार्यशाला सभी कर्मचारियों के लिए एक सहायक और सशक्त वातावरण बनाने के उनके समर्पण का एक प्रमाण है।