दुद्धी/सोनभद्र। जनपद में किसानों की फसल की उर्वरा शक्ति बढ़ाने और फसल के उत्पादन में वृद्धि करने वाली यूरिया और डीएपी खाद लैंपसो से नदारद हैं। इसका सिर्फ एक कारण है कि दुकानों पर आने वाली खाद को ब्लैक कर दिया जाता है। चाहे वह दीर्घाकार बहुद्देशीय की दुकान हो या डीसीएफ की दुकान हो या क्रय विक्रय की सहकारी समितियों की दुकान हो। ऊंचे दामों पर खाद को ब्लैक किए जाने के कारण खाद शीघ्र समाप्त हो जाता है जिससे किसान परेशान हो जाता है और प्राइवेट दुकानों पर अधिक दाम में खरीदने पर मजबूर होता है। भाजपा नेता सुरेन्द्र अग्रहरि ने कहा कि एडीसीओ, एडिओ, या अन्य जिम्मेदार अधिकारी इसकी जांच परख करते ही नहीं है जिसके कारण यह स्थिति उत्पन्न होती है। उन्होंने कहा कि यदि जिम्मेदार अधिकारी वितरण रजिस्टर का निरीक्षण करते तो यह स्थिति उत्पन्न नही होती। किसान श्यामनारायण ने बताया कि यूरिया का दाम 266रुपए 50 पैसे होता है ,हमलोग 270 रुपए दे देते हैं लेकिन सहकारी समितियों के सेल्समैन 280 रुपए से लेकर 330 रुपए तक बेचते हैं। अधिक दाम देकर अधिक संख्या में लेने वाला कोई व्यक्ति आ गया तो किसानों को बोल दिया जाता है कि खाद समाप्त हो गया है। इससे किसान और परेशान हो जाता है। इस समय धान की रोपाई चल रही है और कुछ जगहों पर हो चुकी है।खाद की आवश्यकता सभी किसानों को है ।इसलिए किसान सहकारी समितियों पर खाद ब्लैक हो जाने के कारण प्राइवेट दुकानों से अधिक दाम पर खाद लेने को विवश हो रहे हैं । भाजपा नेता सुरेन्द्र अग्रहरि ने बताया कि यदि सहकारी समितियों पर आने वाले सभी खाद का उचित मात्रा में वितरण किया जाए तो किसी किसान को खाद की कमी नहीं होगी। अग्रहरि ने चेताया कि यदि कल से यूरिया और डी ए पी का वितरण सहकारी समितियों पर नही हुआ तो धरना प्रदर्शन किया जाएगा साथ ही यदि कोई सेल्समैन किसानों से अधिक दाम लेकर बिक्री किया तो आवश्यक कार्यवाही कराई जाएगी।।