नई दिल्ली: एक्ट्रेस गीतांजलि मिश्रा को दर्शक टीवी शो ‘हप्पू की उलटन पलटन’ में पसंद कर रहे हैं. उन्होंने जन्माष्टमी के पावर अवसर पर त्यौहार से जुड़ी अपनी पुरानी यादों के बारे में बताया. उन्होंने उत्तर प्रदेश में जन्माष्टमी के अवसर पर भगवान कृष्ण को चढ़ाए जाने वाले व्यंजनों के बारे में बताया. उन्होंने कहा कि यहां भगवान श्रीकृष्ण को मलाई पेड़ा, चरणामृत और धनिया पंजीरी का भोग लगाया जाता है.
एक्ट्रेस ने त्यौहार के बारे में बात करते हुए कहा, ‘यूपी में जन्माष्टमी का त्यौहार किसी सपने से कम नहीं है. मुझे पहले भी इन त्यौहारों में शामिल होने का अवसर मिला है. इस त्यौहार को मनाने के लिए मथुरा के श्री कृष्ण जन्मभूमि मंदिर में लोगों की भारी भीड़ उमड़ती है. वहां कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. कलाकारों द्वारा की जाने वाली रासलीला को देखने के बाद कृष्ण के भक्त उसमें गहराई से लीन हो जाते हैं.’ उन्होंने बताया कि उनके पैतृक स्थान वाराणसी में भी जन्माष्टमी को भव्य तरीके मनाया जाता है.
गीतांजलि ने मां से जब उपहार में मांगी राधा की ड्रेस
अभिनेत्री ने अपनी पुरानी यादों को ताजा करते हुए बताया, ‘मेरी दादी भगवान कृष्ण को चढ़ाने के लिए विशेष रूप से प्रसाद तैयार करती थीं. प्रसाद में मलाई पेड़ा, चरणामृत और धनिया पंजीरी का व्यंजन शामिल होता था. फिर हम घर पर बने प्रसाद को बांटने के लिए मंदिरों में जाते थे और वहां हो रहे भजन कार्यक्रम में शामिल होते थे. बचपन में मैंने एक बार अपनी मां से राधा की ड्रेस मांगी थी. मुझे अभी भी इसे पहनने का मन करता है और खुशी महसूस होती है. भगवान कृष्ण हम सभी को प्यार और सद्भाव का आशीर्वाद दें. आपको जन्माष्टमी की हार्दिक शुभकामनाएं.’
मुंबई की जन्माष्टमी भी होती है खास
मुंबई में भी जन्माष्टमी का त्यौहार बहुत ही पवित्र माना जाता है. इस शहर में लोग इस त्यौहार को बहुत ही धूमधाम से मनाते हैं. यहां लोग समूह बनाकर दही-हांडी का आयोजन करते हैं. और लोग समूह बनाकर हांडी फोड़ते हैं और त्यौहार मनाते हैं. दरअसल, हाल में शहर में एनएससीआई के एसवीपी स्टेडियम के वर्ली डोम में प्रो गोविंदा लीग का वार्षिक दही हांडी कार्यक्रम आयोजित किया गया. बता दें कि गीतांजलि ‘हप्पू की उलटन पलटन’ में मुख्य किरदार की पत्नी की भूमिका निभा रही हैं. पिछले साल उन्होंने शो में कामना पाठक की जगह ली थी. इस भूमिका में आने के अवसर पर केक काटकर जश्न मनाया गया था.
FIRST PUBLISHED : August 26, 2024, 19:22 IST