प्रतीकात्मक तस्वीर
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उत्तर प्रदेश रियल इस्टेट विनियामक प्राधिकरण (यूपी रेरा) ने प्रदेश की 131 बड़ी रियल इस्टेट परियोजनाओं का नाम सार्वजनिक करते हुए इनमें पैसा लगाने से बचने की सलाह दी है। यह परियोजनाएं नोएडा, लखनऊ समेत प्रदेश के सभी प्रमुख शहरों में हैं। इन परियोजनाओं में न तो रेरा की गाइडलाइंस का पालन किया गया है और न ही मंजूरी ली गई है। इन परियोजनाओं की लागत करीब 10 हजार करोड़ रुपये है। यहां देखें परियोजनाओं की पूरी सूची https://www.up-rera.in/index
रेरा के चेयरमैन संजय भूसरेड्डी ने 400 रीयल इस्टेट परियोजनाओं से जुड़ी कंपनियों को चेतावनी भी जारी किए हैं। इन परियोजनाओं को ‘अबेएन्स’ की श्रेणी में रखने के निर्देश दिए हैं। बिल्डरों ने इन परियोजना की भूमि व मानचित्र रेरा के पोर्टल पर अपलोड नहीं किए हैं। ‘अबेएन्स’ की श्रेणी में आने वाली परियोजनाओं को रेरा में स्थगित मान लिया जाता है ताकि अगले चरण के विस्तार के साथ खरीद-फरोख्त रोक लगाई जा सके। ग्राहकों को इन परियोजनाओं में लेनदेन से बचने की सलाह दी गई है।
इन प्रमुख कंपनियों के नाम हैं शामिल
रेरा की ओर से जारी सूची में एफटेक डेवलपर्स का एफटेक हाउसिंग, एफटेक ग्रीन्स, एफटेक होम्स, आनंदा बिल्टडेक का आनंद हाइट्स, अंसल के आस्था एफोर्डेबल ग्रुप हाउसिंग, प्रेरणा अपार्टमेंट्स, उपासना ड्यूप्लेक्स सुशांत सिटी व एलएससी-4 सुशांत सिटी, बीसीडी प्रोजेक्ट का प्रभा ग्रीन सिटी व साव सिटी, अर्थ इंफ्रा के अर्थ टेकहोम, अर्थ टाउन व अर्थ सैफायर कोर्ट, हाइटेक ग्रीन सिटी व आइकोनिक इंफ्रास्टेट के दो-दो प्रोजेक्ट, उत्तम स्टील्स के छह प्रोजेक्ट सहित अन्य तमाम बिल्डर शामिल हैं।