प्रयागराज/लखनऊ। उत्तर-मध्य रेलवे, प्रयागराज मण्डल के मंडलीय कार्यालय के सभागार में आगामी कुम्भ मेला संबंधी आयोजन के अंतर्गत ‘कुम्भ मेला 2013 एवं 2019 के अनुभव विषय’ पर आधारित एक कार्यशाला का आयोजन किया गया। जिसमें रेलवे बोर्ड, क्षेत्रीय रेलवे, रेलवे की प्रमुख संस्थाओं एवं संस्थानों सहित रेलवे की अन्य कार्यदायी ईकाइयों के अधिकारियों ने भाग लिया। इस कार्यशाला में वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कुम्भ मेला 2013 एवं 2019 के अनुभवों को साझा करते हुए अपने विचार प्रस्तुत किए गए। इसके अतिरिक्त आगामी कुम्भ 2025 के सुचारु संचालन की दिशा में विचार करते हुए इस कार्यशाला में मेला अवधि के अंतर्गत भीड़ नियंत्रण, गाड़ी परिचालन, सुरक्षा व्यवस्था, टिकटिंग व्यवस्था, लंबी दूरी की आरक्षित विशेष गाड़ियों का संचालन, आरक्षित यात्रियों हेतु प्रबंधन, विदेशी एवं विशेष आगंतुकों हेतु प्रबंधन, क्षेत्रीय रेलवे का पारस्परिक तालमेल, राज्य सरकार एवं स्थानीय प्रशासन के साथ उचित सामंजस्य, फुट ओवर ब्रिज पर सुगम आवागमन, मेडिकल सुविधाएं, आपदा प्रबंधन की नीतियाँ, आपसी संपर्क सूत्र की प्रणाली, बहुभाषी यात्री संवाद प्रणाली, एवं विशेष आगंतुकों, अधिकारियों एवं कर्मियों के लिए आवास की व्यवस्था, कर्मचारियों का प्रशिक्षण, कर्मचारियों की नियुक्ति, रेक्स की विनायल रैपिंग, हेल्प डेस्क, स्वयंसेवी संस्थाओं की भूमिका, अग्निरोधक एवं नियंत्रण व्यवस्था, विपरीत मौसम के तहत व्यवस्था, शुद्ध एवं पौष्टिक खानपान की व्यवस्था, ट्रैकों का उचित रखरखाव एवं अनाधिकृत रूप से पार करने वालों पर रोकथाम, स्टेशन एवं प्लेटफॉर्म पर यात्री प्रबंधन की नीतियाँ, विद्युत एवं पावर सप्लाई की व्यवस्था, मेला नियंत्रण कक्षों के मध्य उचित तालमेल की व्यवस्था तथा रेल सुरक्षा बल एवं राजकीय रेलवे पुलिस का आपसी तालमेल जैसे अनेक महत्वपूर्ण विषयों पर पारस्परिक रूप से आपस में संवाद करते हुए सभी के सुझाव एवं विचार मांगे गए और आपस में गहन मंथन किया गया।
इस कार्यशाला में यात्रियों को अधिकाधिक लाभान्वित करने एवं उनकी यात्रा को अविस्मरणीय एवं मनोरंजक बनाने हेतु एक सुलभ एवं पारदर्शी नीति के निर्माण की संभावनाओं और रूपरेखा का निर्धारण किया गया। आज आयोजित होने वाली इस कार्यशाला में उत्तर रेलवे, लखनऊ मण्डल के अपर मण्डल रेल प्रबंधक, श्री सचिन वर्मा एवं सुश्री नीलिमा सिंह सहित अनेक विभागों के शाखाध्यक्ष,अन्य अधिकारीगण सहित अन्य पर्यवेक्षक तथा निरीक्षक सम्मिलित हुए।