अमित शाह
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केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि जम्मू कश्मीर में जब तक आतंकवाद को समर्थन देना बंद नहीं किया जाता, पाकिस्तान से कोई बातचीत नहीं की जाएगी। ऐसे में एलओसी ट्रेड पर भी सोचा नहीं जाएगा, हम जम्मू कश्मीर के युवाओं से उनके मुद्दों पर जरूर बात करेंगे। जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद के उदय में शामिल लोगों की जिम्मेदारी तय करने के लिए श्वेत पत्र जारी किया जाएगा।
जम्मू में शुक्रवार को विधानसभा चुनाव के लिए पार्टी के 25 सूत्रीय संकल्प पत्र (चुनाव घोषणा पत्र) जारी करने के दौरान शाह ने मीडिया से कहा, अनुच्छेद 370 अब इतिहास बन चुका है, यह कभी वापस नहीं आएगा। मैंने नेशनल कॉन्फ्रेंस के एजेंडे को पढ़ा है। मैं पूरे देश को यह स्पष्ट करना चाहता हूं कि अनुच्छेद 370 अब संविधान का हिस्सा नहीं है। इस अनुच्छेद ने युवाओं के हाथों में केवल हथियार और पत्थर दिए हैं और उन्हें आतंकवाद के रास्ते पर धकेला है।
उन्होंने कहा, कांग्रेस ने नेकां के एजेंडे पर मौन समर्थन दिया है। कांग्रेस और राहुल गांधी को नेकां के एजेंडे पर अपने रुख को देशवासियों के सामने स्पष्ट करना चाहिए। मैं उमर अब्दुल्ला से कहना चाहता हूं कि परिणाम जो भी हों, हम आपको गुज्जरों, बकरवालों और पहाड़ियों को दिए गए आरक्षण को छूने नहीं देंगे। जम्मू-कश्मीर से आतंकवाद का पूरी तरह से सफाया कर दिया जाएगा।
जम्मू कश्मीर में विकास को और सुनिश्चित करने के लिए हमें पांच साल का कार्यकाल चाहिए। प्रधानमंत्री मोदी सरकार के नेतृत्व में जम्मू कश्मीर में पिछले 10 साल की अवधि देश और जम्मू-कश्मीर के इतिहास में स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएगी। लोगों को इस सुशासन को जारी रखना चाहिए।