इस्राइल-हमास संघर्ष (प्रतीकात्मक तस्वीर)
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इस्राइल के शहर तेल अवीव के जाफा में हुए हमले की जिम्मेदारी हमास ने ली है। हमास की ओर से कहा गया कि हमलावर हेब्रोन के मोहम्मद मेसेक और अहमद हिमौनी उसके सदस्य हैं। द टाइम्स ऑफ इस्राइल के मुताबिक हमले में आठ लोगों की मौत हुई थी। जबकि 16 लोग घायल हुए थे।
दरअसल ईरान के हमले से कुछ देर पहले तेल अवीव में एक रेलवे स्टेशन पर हमला हुआ था। पुलिस ने कहा था कि जाफा में गोलीबारी एक संदिग्ध आतंकी हमला है। जबकि चिकित्साकर्मियों बताया था कि इस हमले में कई लोग हताहत हुए हैं। द टाइम्स ऑफ इस्राइल के अनुसार घटना शहर के जेरूसलम स्ट्रीट पर लाइट रेल ट्रेन स्टेशन के बगल में हुई थी। वहीं इस गोलीबारी के बाद पुलिस और चिकित्साकर्मियों ने मौके पर मोर्चा संभाला था। वहीं हिब्रू मीडिया में शुरुआती रिपोर्ट अनुसार, हमले में कम से कम दो बंदूकधारी शामिल थे और इस हमले कम से कम 16 लोग घायल हुए थे।
इसके बाद इस्राइली हमले में हिजबुल्ला प्रमुख हसन नसरल्ला की मौत के बाद ईरान ने मंगलवार को इस्राइल के प्रमुख सैन्य ठिकानों पर 180 से अधिक बैलेस्टिक मिसाइलें दागी थीं। वहीं ईरानी मिसाइल हमले के बाद इस्राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने ईरान को कड़ी चेतावनी दी थी। यरुशलम में सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में प्रधानमंत्री नेतन्याहू ने कहा कि ईरान ने एक बड़ी गलती की है और उसे इसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। इससे पहले इसी साल अप्रैल में सीरिया में ईरानी दूतावास पर हुए हमले के बाद ईरान ने इस्राइल पर हवाई हमले किए थे। ईरान ने उस वक्त इस्राइल पर 330 मिसाइलें दागी थीं। इस दौरान ड्रोन हमले भी किए गए थे।
इस्राइल और हमास का हिंसक संघर्ष बीते सात अक्तूबर को शुरू हुआ था। इस लड़ाई में अब तक 20 हजार से अधिक लोग मारे जा चुके हैं। हमास के आतंकी हमलों के जवाब में इस्राइली डिफेंस फोर्स गाजा के आतंकी ठिकानों पर लगातार हमले कर रही है। हमास के कब्जे वाले गाजा में स्वास्थ्य मंत्रालय का दावा है कि अब तक 20 हजार से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। दूसरी तरफ इस्राइली पक्ष में 1200 लोगों की मौत हुई है।