Hezbollah Leader Hassan Nasrallah Death: आतंकी संगठन हिजबुल्लाह ने अपने प्रमुख हसन नसरल्लाह के मौत की पुष्टि की है. इससे पहले इजरायली सेना ने दावा किया था कि शुक्रवार को एक हवाई हमले में नसरल्लाह मारा गया. आईडीएफ ने अपनी आधिकारिक सोशल मीडिया साइट एक्स पर इस संबंध में एक पोस्ट साझा करते हुए कहा, “हसन नसरल्लाह अब दुनिया को आतंकित नहीं कर पाएगा.”
हसन नसरल्लाह के नेतृत्व में हिजबुल्लाह ने अपनी सैन्य और राजनीतिक स्थिति को मजबूत किया है. नसरल्लाह की मौत की स्थिति में संगठन की रणनीति और गतिविधियों पर बड़ा असर पड़ सकता है.
कौन था हसन नसरल्लाह?
हसन नसरल्लाह ने अपने नेतृत्व में हिजबुल्लाह को एक राजनीतिक और सैन्य संगठन के तौर पर स्थापित किया, जिसने लेबनान के राजनीतिक परिदृश्य में एक अहम भूमिका निभाई थी. 15 साल की उम्र में नसरल्लाह ने लेबनान में अमाल आंदोलन का सदस्य बनने का फैसला लिया था. 16 साल की उम्र में वे इराक पहुंचे और वहां दो साल तक रहे.
महज 22 साल की उम्र में नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह में शामिल होकर संगठन के लिए अपनी प्रतिबद्धता दिखाई. 1992 में अब्बास मूसवी की हत्या के बाद नसरल्लाह को हिजबुल्लाह का प्रमुख बनाया गया. नसरल्लाह ने हिजबुल्लाह के राजनीतिक और सैन्य विंग को मजबूत किया, जिससे संगठन की लेबनान के चुनाव, राजनीति और सरकार में हिस्सेदारी बढ़ी. उनकी ईरान के साथ घनिष्ठ दोस्ती ने हिजबुल्लाह की सैन्य शक्ति को और बढ़ाया. 2000 के बाद, उन्होंने इजरायल के खिलाफ सैन्य कार्रवाइयों की योजना बनाई.
2006 का इजरायली-हिजबुल्लाह युद्ध
2006 में नसरल्लाह के नेतृत्व में हिजबुल्लाह ने इजरायल पर एक बड़ा हमला किया, जिसमें 8 इजरायली सैनिकों को मार दिया गया. इस हमले के बाद इजरायल ने हिजबुल्लाह के खिलाफ युद्ध की शुरुआत की, जो 34 दिनों तक चला. हाल ही में, नसरल्लाह के निर्देश पर हिजबुल्लाह ने इजरायल पर हमले किए. इजरायल हिजबुल्लाह को एक आतंकवादी संगठन मानता है, जबकि नसरल्लाह अपने संगठन को एक प्रतिरोध बल के रूप में पेश करते रहा था.
ये भी पढ़ें:
‘लेबनान के दुश्मनों को पछताना होगा’, हिजबुल्लाह चीफ की मौत पर इजरायल पर भड़के ईरान के सुप्रीम लीडर