दुद्धी/सोनभद्र। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (एबीवीपी) की दुद्धी जिला इकाई ने शनिवार को जिलाधिकारी को ज्ञापन सौंपकर जिले में चल रही अवैध गतिविधियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की। ज्ञापन में अवैध शैक्षणिक संस्थानों, अवैध अस्पतालों, और पर्यावरण प्रदूषण के मुद्दों पर प्रशासन का ध्यान आकर्षित किया गया।
एबीवीपी ने ज्ञापन में अवैध रूप से संचालित सीबीएसई, आईसीएसई और यूपी बोर्ड के विद्यालयों और कोचिंग संस्थानों की जांच की मांग की। परिषद का कहना है कि ये संस्थान नियमों का उल्लंघन कर छात्रों और अभिभावकों से अनावश्यक फीस वसूल रहे हैं। परिषद ने सभी संस्थानों के लिए एक समान फीस मानक तय करने का भी आग्रह किया है।अज्ञापन में अवैध रूप से चल रहे अस्पतालों को बंद कराने की मांग की गई है। परिषद का आरोप है कि ये अस्पताल बिना लाइसेंस के स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान कर रहे हैं, जो आम जनता के लिए गंभीर खतरा बन सकता है।
एबीवीपी ने रेणुकूट से लेकर शक्तिनगर तक फैली एनटीपीसी, एनसीएल और अन्य औद्योगिक इकाइयों से हो रहे पर्यावरण प्रदूषण पर भी गहरी चिंता व्यक्त की। ज्ञापन में कहा गया कि इन इकाइयों द्वारा फैलाए जा रहे प्रदूषण से स्थानीय निवासियों के स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है, जिसे रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाने की आवश्यकता है।
परिषद ने पूरे दुद्धी तहसील में नशा मुक्ति अभियान चलाने के लिए एक विशेष जांच टीम गठित करने की भी मांग की है। उनका सुझाव है कि इस टीम में सामाजिक कार्यकर्ताओं और एबीवीपी के सदस्यों को शामिल किया जाए, ताकि समस्या का सही समाधान हो सके।
यदि प्रशासन द्वारा इन समस्याओं पर शीघ्र कार्रवाई नहीं की गई, तो एबीवीपी ने व्यापक आंदोलन की चेतावनी दी है। परिषद ने कहा कि छात्र समाज और राष्ट्रहित में जिला विद्यालय निरीक्षक, पर्यावरण विभाग और अन्य संबंधित अधिकारियों के खिलाफ प्रदर्शन किया जाएगा।
ज्ञापन सौंपने के दौरान एबीवीपी के जिला संयोजक अमन जयसवाल, जिला संगठन मंत्री नरेंद्र, जिला सोसल मीडिया संयोजक अभिषेक द्विवेदी, तहसील संयोजक सजन सहवाल, तहसील सह संयोजक आर्या चौबे, नगर मंत्री अजय सोनी, नगर मंत्री राजन सोनी, नगर सहमंत्री अभिषेक कुशवाहा, आर चित्रा, काजल सिंह, हर्षिता श्रीवास्तव, विजय कुमार, शिवनंदन पटेल, विशाल, प्रिंस, अभिजीत कुमार, विनय कुमार सहित कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।