भाजपा को तमाम जतन के बाद भी पीर पंजाल में जोरदार झटका लगा। राजोरी-पुंछ की आठ में एसटी के लिए आरक्षित पांच सीटों पर भी भाजपा करिश्मा नहीं कर सकी। इन दोनों जिलों की सात सीटें पार्टी हार गई, जबकि भाजपा को यहां से चार से पांच सीटों की उम्मीद थी।
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भाजपा प्रदेश अध्यक्ष रविंदर रैना
– फोटो : एएनआई
अनुच्छेद 370 व 35ए की बेड़ियों से जम्मू-कश्मीर को आजादी दिलाने के बाद केंद्र शासित प्रदेश में पहली सरकार बनाने के भाजपा के सपनों को न केवल झटका लगा है, बल्कि अपने बलबूते पहली बार जम्मू की सरकार बनाने का पार्टी का दांव भी खाली चला गया। दस साल बाद हुए विधानसभा चुनाव में भाजपा का सोशल इंजीनियरिंग का फार्मूला भी लड़खड़ाता दिखा और पार्टी 33 सीटों के अनुमान से पीछे रह गई।
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