Israel Iran Fight: ईरान और इजरायल के तनाव के बीच शनिवार (12 अक्टूबर) को ईरान पर भारी साइबर हमले हुए हैं, जिससे सरकार की लगभग तीनों शाखाएं तबाह हुईं. साथ ही न्यूक्लियर ठिकानों को भी निशाना बनाया गया. वहां की न्यायपालिका, विधायिका और कार्यपालिका शाखा – भारी साइबर हमलों की चपेट में आ गई हैं और उनकी इंफॉर्मेशन को हैक कर लिया गया है.
इस साइबर हमले में ईंधन वितरण, नगरपालिका नेटवर्क, परिवहन नेटवर्क, बंदरगाह को भी निशाना बनाया गया है. अब ईरान के सुप्रीम लीडर अयातुल्ला अली खामेनेई को इजरायल के अगले कदम से डर सताने लगा है कि कहीं इजरायल अपना निशाना उनकी ऑयल फैसिलिटी को न बना ले. हमास और हिजबुल्लाह चीफ को पहले ही खो चुके हैं.
क्या होगा इजरायल का अगला कदम?
दरअसल, इजरायल ईरान को आर्थिक चोट पहुंचाने के मूड में हैं. इस बीच ईरान को ये डर सता रहा है कि इजरायल उनके सबसे मुख्य धन स्त्रोत यानी तेल के कुएं खर्ग को अपना निशाना बना सकता है. बता दें कि ईरान के तट से 25 किमी दूर स्थित फारस की खाड़ी में “खर्ग द्वीप” मौजूद है. जहां से ईरान अपने देश का 95 फीसदी तेल एक्सपोर्ट करता है. खर्ग से ईरान हर रोज तीन मिलियन बैरल तक तेल का उत्पादन कर रहा है. इस कारण खर्ग द्वीप ईरान के लिए काफी मायने रखता है.
‘रक्षा करने के लिए तैयार ईरान’
इससे पहले, ईरान ने कहा था कि अगर उसका कट्टर दुश्मन इजरायल हमला करता है तो वह “अपनी सर्वोच्च प्राधिकार की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है”. वहीं, इजरायल के रक्षा मंत्री योव गैलेंट ने इस सप्ताह वादा किया था कि उनके देश की प्रतिक्रिया “घातक, सटीक और आश्चर्यजनक” होगी.
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को गुरुवार को संबोधित करते हुए, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के स्थायी प्रतिनिधि,अमीर सईद इरावानी ने कहा कि इस्लामिक गणराज्य “अपने महत्वपूर्ण हितों और सुरक्षा को टारगेट करने वाले किसी भी हमले के खिलाफ अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए पूरी तरह तैयार है”.
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