दुद्धी/सोनभद्र। दुद्धी तहसील अंतर्गत चर्चित नगवा बालू साइड पर नदी की जलधारा में प्रवाह को प्रभावित कर तय मनकों की अनदेखी पर स्थानीय ग्रामीणों की शिकायत के मद्देनजर उप जिलाधिकारी दुद्धी निखिल यादव के निर्देशन पर खनन विभाग, राजस्व एवं वन विभाग की संयुक्त टीम नगवा बालू खनन साइड पहुंचे। उप जिलाधिकारी ने मीडिया को दिए बयान में कहा कि राजस्व कर्मी की मौजूदगी में खनन पट्टा साइड का डी मार्किंग किया गया। साथ हीं खनन पट्टे धारक को तय मानक के अनुसार खनन करने संदर्भित नोटिस जारी किया गया। किसी भी प्रकार का तय मानक के विपरीत कार्य किए जाने पर कड़ी कार्यवाही किये जाने की बात कही। ज्ञात कराना है कि नदी के बीच जलधारा में नदी के प्रवाह को प्रभावित कर किसी भी प्रकार का निर्माण करने या पोकलेन चलाया जाना गैर कानूनी एवं एनजीटी एवं वन पर्यावरण संरक्षण नियमों का खुलेआम उल्लंघन है। बावजूद गत दिनों पीपरडीह बालू साइड की भूमि पर पेड़ो व लताओं को काटकर सड़क निर्माण किए जाने पर क्षेत्रीय पूर्व विधायक द्वारा उच्च अधिकारियों को पत्राचार कर आपत्ति दर्ज कराई गई थी। जिस पर उपजिलाधिकारी दुद्धी द्वारा सुरक्षा खाई खुदवाया गया। अब स्थानीय ग्रामीणों द्वारा नगवा बालू साइट पर भी नदी की जलधारा को प्रभावित कर निर्माण कार्य किए जाने संबंधी शिकायत पर संयुक्त टीम नगवा पहुंची थीं। जिस पर खनन पट्टा धारक को नोटिस जारी किया गया। जिससे पट्टा धारकों में हड़कंप की स्थिति देखी गई। पर्यावरण चिंतकों की माने तो मनमाना खनन से नदियों के अस्तित्व पर खतरा मडरा रहा है जिसे खनन विभाग राजस्व विभाग वन विभाग माननीय न्यायालय व सरकार के दिशा निर्देश का अक्षरशः पालन करें। वरना कनहर नदी का अस्तित्व ठेमा, लौआ, सतबहिनी नदी आदि नदियों जैसा हाल हो जाएगा.इस ओर जिलाधिकारी खनन विभाग का ध्यान आकृष्ट कराया गया।