Sesquipedalophobia: डर एक तरह का इमोशन है, जो जन्म से ही हमारे अंदर रहता है. किसी को पानी से, किसी को अंधेरे से, किसी को ऊंचाई से डर सबको लगता है. लेकिन क्या आपने कभी किसी को शब्दों से डरते हुए देखा है. दरअसल, बहुत से लोग ऐसे हैं, जिन्हें लंबे-लंबे शब्द (Words) देखकर उसे पढ़ने से डर लगता है. यह एक तरह का फोबिया (Phobia) होता है, जिसे
हिप्पोपोटोमोनस्ट्रोसेसक्विपेडालियोफोबिया (Hippopotomonstrosesquippedaliophobia) कहते हैं. आइए जानते हैं इस डर के बारें में…
Sesquipedalophobia क्या है
हिप्पोपोटोमोनस्ट्रोसेस्क्विप्पेडालियाफोबिया के लक्षण
लंबे शब्दों को देखकर घबराहट
बोलने में मुश्किल
शब्दों को याद रखने में परेशानी
लंबे शब्दों को अवॉयड करना
तनाव और चिंता
लोगों के बीच न जाना
पब्लिक स्पिकिंग से डर लगना
लोगों से बात करने में परेशान हो जाना
बोलते वक्त कांपना
इस फोबिया के कारण
1. सोशल फोबिया जेनेटिक कारण हो सकता है. अगर माता-पिता में से किसी को यह समस्या है तो बच्चों को भी हो सकती है.
2. बचपन का किसी तरह का हादसा
3. माता-पिता का बच्चों को ज्यादा कंट्रोल करना.
4. घर का माहौल सही न होना.
इस फोबिया से निपटने के तरीके
शब्दों को धीरे-धीरे पढ़ना
शब्दों के अर्थ समझना
शब्दों को याद रखने के लिए उसे छोटे-छोटे टुकड़ों में बांट लें.
बोलने की प्रैक्टिस करते रहना.
कॉन्फिडेंस बढा़ने के लिए पॉजिटिव सोचें.
हिप्पोपोटोमोनस्ट्रोसेस्क्विप्पेडालियाफोबिया का इलाज
किसी अच्छे साइकोलॉजिस्ट की मदद लें.
शब्दों को सीखने के लिए ऑनलाइन रिसोर्सेज का यूज करें.
बोलने की प्रैक्टिस करते रहें.
शराब, सिगरेट, निकोटिन से दूर रहें.
एक्सरसाइज करें, खुद को समय दें, मेडिटेशन करें.
Check out below Health Tools-
Calculate Your Body Mass Index ( BMI )