संघ प्रमुख मोहन भागवत
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मथुरा के परखम में चल रहे आरएसएस के शिविर में शुक्रवार से अखिल भारतीय कार्यकारी मंडल की दो दिवसीय बैठक शुरू होगी। अहम नौ बिंदुओं पर एजेंडा तय हो चुका है और इसके लागू कराने के लिए नवरत्न को जिम्मेदारी दी गई है। ये नौ पदाधिकारी बैठक के बाद इस एजेंडे को पूरे देश में विस्तृत रूप दिलाने का काम करेंगे। संघ प्रमुख मोहन भागवत ने इन सभी के साथ बैठक कर पूरे एजेंडे पर विस्तार से चर्चा की है।
मथुरा के परखम स्थित दीनदयाल गो विज्ञान अनुसंधान एवं प्रशिक्षण केंद्र में संघ प्रमुख और 46 प्रांतों के 393 पदाधिकारी शामिल होंगे। बैठक को संघ प्रमुख मोहन भागवत संबोधित करेंगे। संघ की नीतियों का मंत्र दिया जाएगा। दरअसल संघ ने दूरगामी योजना तैयार की है और संंघ का उद्देश्य अब खास तौर पर हर गांव में पहुंचना है। स्पष्ट तौर पर कहा गया है कि हर गांव में संघ की शाखा लगनी चाहिए। मुस्लिम गांवों पर भी फोकस होगा। कम ही सही पर इन गांवों में भी गणवेश पहले स्वयंसेवक अवश्य नजर आएं। इसी एजेंडे पर काम करने के लिए पहले पांच दिन लगातार मंथन चला। इन बैठकों का निचोड़ निकालकर पूरा एजेंडा तैयार किया गया है जिस पर छठवें दिन बात होगी। चूंकि इस दिन से ही मुख्य बैठक शुरू हो रही है। इन पांच दिनों में नौ बिंदुओं पर एजेंडा तैयार किया है। इसके लिए संघ के नौ बड़े पदाधिकारियों के साथ मंथन हुआ। यह जिम्मेदारी भी इन्हें ही दी गई है कि ये इस एजेंडे को आगे लागू कराएं। इन नवरत्नों में संघ के सर कार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले, सह सर कार्यवाह डा. कृष्णगोपाल, केसी मुकुंद, अरुण कुमार, रामदत्त चक्रधर, आलोक कुमार, अतुल लिमये, विशेष आमंत्रित सदस्य भैयाजी जोशी एवं संपर्क प्रमुख रामलाल को शामिल किया गया है।
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ये हैं नौ बिंदु
सामाजिक समरसता
हिंदुओं को जातियों में बंटने से रोकना
हर गांव में आरएसएस की उपस्थिति
मथुरा में श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुद्दा
ज्ञानवापी प्रकरण में संंघ की भूमिका
इंटरनेट पर गलत सामग्री का प्रचार रोकना
मुस्लिम गांवों में भी संघ की उपस्थिति
युवाओं की भागीदारी
सीएम के साथ मीटिंग ने दिया संदेश
मंगलवार को सीएम योगी आदित्यनाथ ने संघ प्रमुख मोहन भागवत से बात की थी। वह 45 मिनट के लिए आए थे लेकिन यह बैठक दो घंटे चली। इस मीटिंग को बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। बताया जा रहा है कि इस बैठक में कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। विधानसभा चुनाव 2027 के चुनाव के अलावा ज्ञानवापी, श्रीकृष्ण जन्मभूमि, अयोध्या आदि पर बात हुई। ऐसे में माना यह जा रहा है कि संघ भी अब इन सभी मुद्दों को और धार दे सकता है। हालांकि संघ यह कहता रहा है कि उसका राजनीति से सीधा कोई नाता नहीं लेकिन इस बैठक के कई मायने निकाले जा रहे हैं। यहां से जाते वक्त सीएम योगी ने भी जिस तरह से प्रसन्न दिखे, उससे यह लग रहा है कि यही बैठक बेहद सफल हुई है।