बीना/सोनभद्र। अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ नागपुर द्वारा कई वर्षों से निरंतर संघर्ष के बाद कोल इंडिया के प्रबंधन ने किया स्वीकार। कोल उद्योग के ठेका मजदूरों को दीपावली के पूर्व मिलेगा सालाना बोनस की खबर से मजदूरों में ख़ुशी की है लहर। देखना होगा कि कब तक मिल पाता बोनस।
बता दें कि सोमवार को बीएमएस के महामंत्री मनोज कुमार सिंह ने जानकारी देते हुए बताया कि मायनिंग एक्टिवीटी के अंतर्गत काम करने वाले ठेका कामगारों को 8.33% (एक अतिरिक्त पेमेंट) बोनस के रूप मे दिये जाने को मान्यता दी गई जिसे अखिल भारतीय खदान मजदूर संघ नागपुर द्वारा कई वर्षों से निरंतर संघर्ष करते हुए कोल इंडिया प्रबंधन को इस बिंदु PRLको मानने के लिए बाध्य किया आज सोमवार को कोल इंडिया के श्रमिक भारतीय मजदूर संघ एवं कोल प्रभारी के.लक्ष्मा रेड्डी के प्रति धन्यवाद ज्ञापित कर रहा है और उसे भारतीय मजदूर संघ में अपना भविष्य दिखाई दे रहा है उनका कहना है बीएमएस के कथनी करनी में कोई अन्तर नहीं है। पी आर एल /बोनस दीपावली के पुर्व भुगतान करने का सुनिश्चित हुआ है। संघठन ने कोल उद्योग के अंतर्गत कार्य करने वाले सभी कामगारो को बोनस दिये जाने की मांग रखी थी। किंतु प्रबंधक ने कोयला उत्पादन मे कार्यरत ठेका मजदुरो को बोनस दिये जाने की स्वीकृती प्रदान की, BMS के दो वर्षो से लगातार आंदोलन /मांग करने से यह सफलता मिली है। ठेका मजदूरों में काफी उल्हास व उत्साह का माहौल है। इस अवसर पर जे.बी.सी.सी.आई. सदस्य श्री सुधीर घुरडे ने आश्वासन दिया कि कोल उद्योग के अंतर्गत दुसरे सभी ठेका कामगारो को भी बोनस दिलाने के लिए भविष्य में संघठन द्वारा आंदोलन किया जाएगा और उनको भी बोनस दिलाने के लिए भारतीय मजदूर संघ प्रयासरत है।