Himachal Pradesh News: हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के होटल में आउटसोर्स आधार पर टेक्निकल स्टाफ की भर्ती होगी. यह फैसला मंगलवार को हुई बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में लिया गया है. बैठक की अध्यक्षता हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष रघुबीर सिंह बाली ने की.
रघुबीर सिंह बाली ने माना कि आउटसोर्स आधार पर निगम को कम वेतन पर कर्मचारी उपलब्ध होंगे. यही वजह है कि निगम आउटसोर्स आधार पर भर्तियां कर रहा है. बाली ने कहा कि निगम कई अधिकारियों को प्राइवेट होटल इंडस्ट्री से तीन से पांच गुना तक ज्यादा वेतन देता है. निगम की कोशिश है कि कम वेतन में आउटसोर्स कर्मचारी से ज्यादा काम लिया जाए.
होटलों में बनेगा क्लब हाउस और आइस स्केटिंग रिंक
इसके साथ ही हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम की बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स की बैठक में कई महत्वपूर्ण फैसले लिए गए हैं. मनाली के अलावा कई अन्य होटलों में निगम क्लब हाउस और आइस स्केटिंग रिंक की सुविधा भी दी जाएगी.
पर्यटन निगम एक नया कार्यालय शिमला के होटल हॉलीडे होम के साथ बनाया जाएगा, जिसका निर्माण कार्य जल्द ही शुरू हो जाएगा. रघुबीर सिंह बाली ने कहा कि निगम के होटलों में पर्यटकों की आमद बढ़ाने के लिए एक कंपनी के साथ करार किया जा रहा है. होटल के कमरे की बुकिंग होते ही कंपनी निगम को एडवांस पेमेंट करेगी. उन्होंने कहा कि पहली बार देश की सबसे बड़ी कंपनी के साथ यह करार किया जाएगा.
आय में बढ़ोतरी करने की हो रही कोशिश
हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम के उपाध्यक्ष रघुबीर सिंह बाली ने कहा कि मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने उन्हें राज्य के पर्यटन को आगे बढ़ने का काम दिया है. इस दिशा में भी काम कर रहे हैं. साल 1990 से लेकर लगातार पर्यटन निगम के कई होटलों को नुकसान हो रहा है. इन होटलों को फायदे में लाने के लिए भी काम किया जा रहा है. बाली ने कर्मचारियों को विश्वास दिलाया कि निगम के किसी भी कर्मचारी को नौकरी से नहीं निकल जाएगा.
HPTDC के 35 होटल घाटे में
बता दें कि हिमाचल प्रदेश पर्यटन विकास निगम का गठन साल 1972 में हुआ था. पर्यटन विकास निगम की राज्य में एक होटल और रेस्टोरेंट की बड़ी श्रृंखला है. इसमें 56 होटल शामिल हैं. इन 56 होटलों में 1 हजार 111 कमरे हैं.
हिमाचल पर्यटन विकास निगम 64 रेस्टोरेंट और कैफे भी चलता है. निगम को हो रहा नुकसान चिंता का विषय बना हुआ है. निगम के 35 होटल घाटे में चल रहे हैं. पर्यटन विकास निगम के सिर्फ 20 होटल ही फायदे का सौदा हैं. घाटे में चल रहे निगम के होटल की संख्या 63 फीसदी से ज्यादा है. इससे पहले पर्यटन विकास निगम के 56 फ़ीसदी होटल नुकसान में थे. अब इस नुकसान में 7 फ़ीसदी की बढ़ोतरी हो गई है.
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