लखनऊ। सिटी मोन्टेसरी स्कूल द्वारा आयोजित ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों के 25वें अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ का भव्य उद्घाटन आज प्रातः मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दीप प्रज्वलित कर सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में किया, जबकि उप-मुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक ने विशिष्ट अतिथि के रूप में पधारकर समारोह की गरिमा को बढ़ाया। इस अवसर पर विभिन्न देशों के राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, पार्लियामेन्ट के स्पीकर, इण्टरनेशनल कोर्ट के न्यायाधीशों समेत 55 देशों से पधारे 200 से अधिक न्यायविदों व कानूनविदों की उपस्थिति ने समारोह की गरिमा में चार-चाँद लगा दिये। इससे पहले, सम्मेलन की संयोजिका एवं सीएमएस प्रबन्धक, प्रो.गीता गाँधी किंगडन ने मुख्य अतिथि श्री योगी आदित्यनाथ एवं विशिष्ट अतिथि श्री ब्रजेश पाठक समेत विभिन्न देशों से पधारे मुख्य न्यायाधीशों व अन्य गणमान्य अतिथियों का हार्दिक स्वागत-अभिनंदन किया। विदित हो कि सिटी मोन्टेसरी स्कूल के तत्वावधान में ‘विश्व के मुख्य न्यायाधीशों का 25वाँ अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन’ 22 से 24 नवम्बर तक सीएमएस कानपुर रोड ऑडिटोरियम में आयोजित किया जा रहा है।
इस ऐतिहासिक सम्मेलन के उद्घाटन अवसर पर बोलते हुए मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि सर्वप्रथम मैं सीएमएस के संस्थापक स्व.डा जगदीश गाँधी जी को भावभीनी श्रद्धान्जलि अर्पित करता हूँ, जिन्होंने शिक्षा के माध्यम से विश्व में एकता एवं शान्ति स्थापना के लिए अपना पूरा जीवन समर्पित कर दिया। यह अन्तर्राष्ट्रीय सम्मेलन ऐसे समय में आयोजित किया जा रहा है जब आगामी 26 नवम्बर से संविधान के अमृत महोत्सव वर्ष की शुरुआत हो रही है। श्री योगी ने आगे कहा कि भारतीय संविधान के अनुच्छेद 51 की भावनाओं को आत्मसात कर सभी समस्याओं का शान्तिपूर्ण समाधान निकाला जा सकता है। यहाँ पधारे सभी सम्मानित अतिथियों व सभी राष्ट्र प्रमुखों से मेरा आग्रह है कि वे भावी पीढ़ी को सुन्दर, स्वच्छ एवं भयरहित समाज उपलब्ध कराने में योगदान दें।
अन्तर्राष्ट्रीय मुख्य न्यायाधीश सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में विभिन्न देशों से पधारे राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री व अन्य राजनीतिक हस्तियों समेत कई प्रख्यात न्यायमूर्तियों ने भी अपने विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर सर रॉडनी एरे लारेंस विलियम्स, गवर्नर-जनरल, एंटीगुआ और बारबुडा, सुश्री काटालिन नोवाक, पूर्व राष्ट्रपति, हंगरी, डा.पाकलिथा बी मोसिसिली, पूर्व प्रधानमंत्री, लेसोथो, न्यायमूर्ति श्री दलवीर भंडारी, न्यायाधीश, इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, नीदरलैंड एवं न्यायमूर्ति श्री आदेल ओमर शेरिफ, डेप्युटी चीफ जस्टिस, सुप्रीम कोर्ट, इजिप्ट, आदि प्रख्यात हस्तियों ने अपने विचार व्यक्त करते हुए विश्व एकता, विश्व शान्ति एवं प्रभावशाली अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था की वकालत की।
इस ऐतिहासिक सम्मेलन की संयोजिका एवं सीएमएस प्रबन्धक प्रो.गीता गाँधी किंगडन ने आज अपरान्हः सत्र में आयोजित एक प्रेस कान्फ्रेन्स में मुख्य न्यायाधीशों के विचारों से अवगत कराते हुए कहा कि विश्व भर से पधारे न्यायमूर्तियों का मानना है कि विश्व सरकार, विश्व संसद और अन्तर्राष्ट्रीय कानून व्यवस्था ही एक आदर्श विश्व व्यवस्था की धुरी है, जो आतंकवाद, अशिक्षा, बेरोजगारी और पर्यावरण सम्बन्धी समस्याओं को नियन्त्रित करने में सक्षम है। न्यायविदों का मानना था कि एक ऐसी व्यवस्था का निर्माण होना चाहिए जिससे विश्व में न्याय, एकता व शान्ति स्थापित हो सके, युद्ध समाप्त हो, शिक्षा, स्वास्थ्य और चिकित्सा पर ध्यान दिया जाये एवं बच्चों पर अत्याचार और अन्याय समाप्त हो।
सीएमएस के हेड, कम्युनिकेशन्स श्री ऋषि खन्ना ने बताया कि देश-विदेश से पधारी प्रख्यात हस्तियों के सम्मान में ‘स्वागत समारोह’ का भव्य आयोजन आज सायं 5.30 बजे सीएमएस कानपुर रोड परिसर में किया जा रहा है। केन्द्रीय राज्यमंत्री, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण, सुश्री अनुप्रिया पटेल इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगी जबकि लखनऊ की मेयर श्रीमती सुषमा खरकवाल समारोह की विशिष्ट अतिथि होंगी। इस अवसर पर इण्टरनेशनल कोर्ट ऑफ जस्टिस, नीदरलैंड के न्यायमूर्ति श्री दलवीर भंडारी को ‘लखनऊ नगर की चाबी’ भेंटकर सम्मानित किया जायेगा जबकि एंटीगुआ और बारबुडा के गवर्नर-जनरल सर रॉडनी एरे लारेंस विलियम्स को ‘महात्मा गाँधी अवार्ड फॉर वर्ल्ड यूनिटी’ एवं हंगरी की पूर्व राष्ट्रपति सुश्री काटालिन नोवाक को ‘मदर टेरेसा अवार्ड’ से सम्मानित किया जायेगा।