Kanpur Dehat News Today: केंद्र और प्रदेश सरकार लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवा उपलब्ध कराने को लेकर सख्त है. उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य सेवाओं की स्थिति ठीक करने के लिए उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक की नजर स्वास्थ्य महकमों पर है. उनके जरिये सभी को सुविधा देने में कोई कोताही ना बरतने और शिकायत मिलने पर सख्त कार्रवाई करने के निर्देश भी दिए हैं.
इस सख्ती के बावजूद स्वास्थ्य सेवाओं में कोई खास बदलाव नजर नहीं आ रहा है. पिछड़े और ग्रामीण क्षेत्रों में सरकार की सेवाएं सही ढंग से नहीं पहुंच पा रही हैं. इसी तरह का नजारा कानपुर देहात में देखने को मिला, यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर एक घायल मरीज का इलाज और उसकी मरहम पट्टी मोबाइल टॉर्च की रोशनी में किया गया.
वीडियो ने खोली कलई?
कानपुर देहात के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र 37 सेकेंड की वायरल वीडियो ने स्वास्थ्य महकमें की कार्यशैली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. वीडियो में देखा जा सकता है कि किस तरह एक घायल मरीजा बिजली की गैरमजूदी में मोबाइल टॉर्च की रोशनी में किया गया है. हालांकि डॉक्टर के हिम्मत और कार्य के प्रति समर्पण की भी दाद देनी पड़ेगी कि इतने अभावों के बावजूद वह मरीज का इलाज करने से पीछे नहीं हटे.
झींझक सीएचसी का है मामला
वैसे तो सरकारी स्वास्थ्य महकमें में बजट का कोई अभाव नहीं होता है, इसके बावजूद कई केंद्र उपकरणों की कमी और स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव से जूझ रहे हैं. सरकार बेहतर बिजली देने के दावा करती रही है, लेकिन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बिजली की बदहाल हालत सवाल खड़े कर रहे हैं.
यह घटना कानपुर देहात के झींझक कस्बे में स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का है. जहां बिजली गुल होने पर मजबूरन डॉक्टर मोबाइल के टॉर्च की रोशनी में मरीज का इलाज कर रहे हैं. सरकार के भारी भरकम दावों और पर्याप्त बजट के बावजूद क्या विभाग में इंवर्टर या सोलर पैनल की सुविधा उपलब्ध नहीं है.
सीएचसी अधीक्षक ने क्या कहा?
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की वीडियो वायरल होने के बाद सीएचसी अधीक्षक डॉक्टर दीपक गुप्ता ने बताया कि सीएचसी में सभी पर्याप्त इंतजाम है. अगर इसके बावजूद इलाज अंधेरे में हो रहा है, तो इसकी जांच कराई जाएगी और अंधेरे में उपचार करने के लिए स्पष्टीकरण भी मांग जाएगा.
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