यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रविवार को अपने सशस्त्र बलों के जनरल स्टाफ़ का नया प्रमुख नियुक्त किया है। राष्ट्रपति ने एंड्री ह्नाटोव को यह महत्वपूर्ण जिम्मेदारी सौंपी है, जो अब तक इस पद पर तैनात अनातोली बारहिलेविच की जगह लेंगे। जनरल स्टाफ़ ने इस बदलाव की घोषणा अपने टेलीग्राम चैनल के जरिए की। जेलेंस्की का यह फैसला ऐसे समय में आया है जब देश इस समय रूस के कुर्स्क क्षेत्र और डोनेट्स्क में बढ़ते सैन्य दबाव का सामना कर रहा है और अपनी सेना का पुनर्गठन करने की कोशिश कर रहा है।
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इस फेरबदल पर यूक्रेन के रक्षा मंत्री की टिप्पणी
राष्ट्रपति जेलेंस्की के इस फैसले पर यूक्रेनी रक्षा मंत्री रुस्तम उमरोव ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि यूक्रेन के सशस्त्र बलों को उनकी युद्ध प्रभावशीलता को बढ़ाने के लिए व्यवस्थित रूप से बदला जा रहा है। उन्होंने यह भी कहा कि यूक्रेनी सेना युद्ध की चुनौतियों का सामना करने के लिए लगातार खुद को मजबूत और प्रभावी बनाने की दिशा में कदम उठा रही है।
बारहिलेविच को मिली ये जिम्मेदार
अब बात अगर हारहिलेविच की करें तो बारहिलेविच, जो अब तक जनरल स्टाफ़ के प्रमुख के रूप में काम कर रहे थे, अब यूक्रेनी रक्षा मंत्रालय के जनरल इंस्पेक्टर के रूप में कार्य करेंगे। उमरोव ने इस बात पर भी ज़ोर दिया कि बारहिलेविच अब भी सेना के लिए एक महत्वपूर्ण हिस्सा बने रहेंगे और सैन्य मानकों की देखरेख करने के साथ-साथ सेना में अनुशासन को मजबूत करने में मदद करेंगे। हालांकि रोचक बात ये है कि ऑलेक्ज़ेंडर सिर्स्की जो पहले से यूक्रेनी सशस्त्र बलों के कमांडर-इन-चीफ़ के रूप में कार्यरत हैं, अपनी भूमिका में बने रहेंगे और सेना के संचालन को देखेंगे।
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गौरतलब है कि यूक्रेन में कर्मचारियों के इस बदलाव का सिलसिला तब हो रहा है जब रूस के साथ युद्ध में यूक्रेन को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले साल अगस्त में यूक्रेन की सेना ने रूस के खिलाफ एक सीमा पार हमला किया था और लगभग 1,300 वर्ग किमी (500 वर्ग मील) क्षेत्र पर नियंत्रण प्राप्त किया था। हालांकि, वर्तमान में यूक्रेनी सेना को पीछे हटने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे यूक्रेन के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीतिक क्षेत्र खोने का खतरा पैदा हो गया है।
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