उत्तर पश्चिम भारत में मौसम शुष्क बना हुआ है, लेकिन 19 मार्च से एक नया मगर कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का पूर्वानुमान है। इसके कारण पश्चिमी हिमालयी इलाकों में मौसम बदल सकता है। दूसरी ओर ओडिशा में पारा 43.5 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है और राज्य के अधिकतर इलाके लू की चपेट में हैं। मौसम विभाग के अनुसार 25 से 31 मार्च के बीच दिल्ली समेत हरियाणा और पंजाब के अधिकतर इलाकों में पारा 40 डिग्री के पार कर सकता है। दिल्ली में 19 से 21 मार्च के बीच गरज के साथ बारिश या बौछारें पड़ने की भी संभावना जताई गई है।
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उत्तर पूर्वी और मध्यभारत में तूफान के साथ बारिश के आसार
उत्तर-पूर्वी भारत के निचले स्तरों पर हवाओं के आपस में मिलने के कारण 19 से 23 मार्च के दौरान उत्तर पूर्वी और मध्य भारत में बिजली गिरने तथा तूफानी हवाओं के साथ बारिश होने का अनुमान है। खासतौर पर 20 और 21 मार्च को इस मौसमी गतिविधि के और तेज होने का पूर्वानुमान है। 20 और 21 मार्च को पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों, झारखंड और ओडिशा के कुछ हिस्सों में ओले गिरने का अंदेशा जताया गया है।
असम और अरुणाचल में बारिश-बर्फबारी के आसार
असम और उसके आसपास के इलाकों के निचले स्तरों पर एक चक्रवाती प्रसार बना हुआ है। इस वजह से 18 मार्च से लेकर अगले एक हफ्ते के दौरान अरुणाचल प्रदेश में तूफानी हवाओं के साथ हल्की से मध्यम बारिश व बर्फबारी होने तथा बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।
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इसी तरह अगले सात दिनों के दौरान असम और मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा में वज्रपात होने, गरज के साथ बारिश के दौर के जारी रहने का अनुमान है। दक्षिण भारत में पुडुचेरी और कराईकल, केरल और माहे तथा दक्षिण आंतरिक कर्नाटक के अलग-अलग हिस्सों में गरज के साथ बौछारें पड़ने व बिजली गिरने की आशंका जताई गई है।